दिल्ली की क्राइम ब्रांच के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 14 वर्षीय लापता किशोरी को सुरक्षित बरामद कर लिया है। यह किशोरी 19 अक्टूबर 2024 से ख्याला थाना क्षेत्र से लापता थी, जिसके बाद परिवार ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। लड़की के अचानक गायब होने के कारण परिवार बेहद चिंतित था।
जानकारी के मुताबिक, किशोरी का अपने माता-पिता से किसी बात पर विवाद हुआ था, जिससे गुस्से में वह घर से बिना बताए निकल गई। परिवार की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर विभिन्न संभावित स्थानों पर तलाश शुरू की। स्थानीय पुलिस ने कई छापेमारी की, लेकिन लड़की का कोई सुराग नहीं मिल सका।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) ने विशेष जांच अभियान चलाया। टीम में एसआई बलराज और एचसी अमित के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में व्यापक स्तर पर तलाशी अभियान शुरू किया गया। टीम ने दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में स्थित कई चाइल्ड होम्स और पुनर्वास केंद्रों की जांच की, साथ ही स्थानीय स्तर पर पूछताछ की। तकनीकी जांच में कई संदिग्ध मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) का विश्लेषण किया गया।
कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच के दौरान यह पता चला कि किशोरी की लोकेशन जयपुर में है। तत्परता से कार्रवाई करते हुए टीम ने दिल्ली के धौला कुआं बस स्टैंड के पास एक प्रीपेड ऑटो बूथ के पास से किशोरी को बरामद कर लिया। यह जगह दिल्ली आते हुए उस मार्ग पर थी, जहां से किशोरी जयपुर से दिल्ली की यात्रा कर रही थी।
किशोरी की बरामदगी के बाद उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। लड़की के परिवार ने क्राइम ब्रांच की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना की और उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम ब्रांच) विक्रम सिंह ने इस कार्रवाई के लिए टीम की सराहना की और कहा, “हमारा उद्देश्य न केवल ऐसे मामलों को जल्द से जल्द हल करना है, बल्कि परिवारों को राहत प्रदान करना भी है। इस तरह की कार्रवाई हमें मानवता की सेवा में अपना दायित्व निभाने के लिए प्रेरित करती है।”
दिल्ली पुलिस की तत्परता और सतर्कता से एक परिवार की खुशी वापस लौट आई है।