जफरपुर कलां थाना क्षेत्र में हुई फायरिंग के मामले में दिल्ली पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से एक पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। इस मामले की कार्रवाई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल और जफरपुर कलां थाने की संयुक्त टीम द्वारा की गई।
18 सितंबर 2024 को जफरपुर कलां थाना क्षेत्र में गोलीबारी की सूचना पुलिस को मिली थी। सूचना पर कार्रवाई करते हुए आईओ मौके पर पहुंचे, जहां एक खाली कारतूस बरामद किया गया और घायलों को RTRM अस्पताल, जफरपुर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी चिराग पुत्र रामफाल ने उसे जान से मारने की नीयत से गोली चलाई थी। इस घटना में शिकायतकर्ता के परिवार के सदस्यों को भी चोटें आईं। यह मामला आपसी पारिवारिक विवाद से जुड़ा हुआ था, जिसमें दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं।
घायल/शिकायतकर्ता के बयान पर थाना जफरपुर में FIR नंबर 116/2024, धारा 109(1)/3(5) BNS,2023 और आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 के तहत मामला दर्ज किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए द्वारका जिले के डीसीपी ने एक विशेष छापेमारी टीम गठित करने के निर्देश दिए। टीम का नेतृत्व ऑपरेशंस सेल के एसीपी रामअवतार सिंह और एसीपी छावला ऋच्छपाल मीणा कर रहे थे।
छापेमारी टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर सुभाष चंद (आई/सी एंटी नारकोटिक्स सेल) और इंस्पेक्टर अशोक गिरी (एसएचओ/जफरपुर कलां) कर रहे थे।
HC अजय, HC दिनेश, HC कुलदीप, HC गोपाल, और कॉन्स्टेबल शिवराम शामिल थे।
SI रामफाल, ASI मनोज, HC नवीन और कॉन्स्टेबल विमल शामिल थे
18/19 सितंबर की रात को मिली गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर आरोपी चिराग पुत्र रामफाल को गिरफ्तार किया गया। आरोपी के पास से वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया।
आरोपी चिराग की निशानदेही पर 20 सितंबर 2024 को दो अन्य आरोपियों रोहित और दीपक को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि मामले की जांच अभी भी जारी है।