(02/04/2015) 
भारत का नाम रोशन किया है गिनीज़ ऋषि नें
एक इंसान अपनी ज़िन्दगी में कितने गिनीज़ रिकॉर्ड पा सकता है? अंदाज़ा लगाये .. एक , दो , पांच या दस। बस थक गये और गिन लीजिए । जी हां हम बताते है एक ऐसे शख्स के बारे में जिसके नाम पर 21 से ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड गिनीज़ बुक में दर्ज है। यह व्यक्ति हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले पहले इंसान बन चुके है। आइए बताते हैं कि कौन हैं वो शख्स..

भारत का नाम उंचा करने वाले यह शख्स का जन्म 17 जुलाई 1942 में हुआ और उनका नाम हर प्रकाश ऋषि है। 1960 तक अपने आपको चैन स्मोकर बताने वाले हर प्रकाश कहते हैं कि 1960 तक मैं सिगरेट बहुत पीता था लेकिन डॉक्टर के मना करने के बाद मैंने सिगरेट पीना छोड़ दी और देश के लिए कुछ करने के लिए निकल पड़ा। सन 1990 में उन्होनें पहला रिकॉर्ड बनाया। यह रिकॉर्ड उन्होंने अपने दो दोस्त अमरजीत सिंह और नवजोत चढ़ढा के साथ मिलकर बनाया। काएनेटिक इंजीनियर्स के स्वामी अरुण फिरदोई के सहयोग से उन्होनें उनकी काइनेटिक होंडा 100 सीसी स्कूटर पर 1001 घंटे यानि 42 दिन व 42 रातें बिना गाड़ी रोके राइडिंग की थी। जिसमें 1 सैकेंड भी स्कूटर खड़ा नही हुआ और यह पहला रिकॉर्ड था। इससे पहले नॉन स्टॉप राइडिंग का रिकॉर्ड इटली का था जिसने 560 घंटे तक राइडिंग की थी। बस फिर क्या था हरप्रकाश ऋषि को दुनिया गीनिज के नाम से जान ने लग गई और उनका नाम गीनिज ऋषि के नाम से फैमस हो गया और आज उन्हें दुनिया गिनीज़ ऋषि के नाम से जानने लग गई। बस वो दिन था और आज का दिन है गीनिज ऋषि ने अब तक 21 से ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिए है और भारत के पहले ऐसे वयक्ति हैं जिन्होनें गिनीज़ बुक में अपना नाम दर्ज कराने का सबसे रिकॉर्ड बनाया है।

गिनीज़ ऋषि से जब समाचार वार्ता ने बात कि तो उन्होनें बताया कि वो भारत का नाम हमेशा उंचा करना चाहते हैं और इतनी उम्र हो जाने के बाद भी वो और अवॉर्ड जीतना चाहते हैं।

आइए ज़रा नज़र डालते हैं उनके रिकॉर्ड के बारे में ...

अगर आपने गिनीज़ ऋषि को देखना है तो आप उन्हें एक ही नज़र में पहचान जाएंगे। अब आप पुछेंगे कैसे.. तो बताते हैं कि कैसे..

गिनीज़ ऋषि ने अपने शरीर पर विश्व के देशों में से 366 झंड़े गुदवा रखे हैं। ये झंडे आपको उनके मुंह से लेकर हाथ, सीने, पेट तक लगे मिलेंगे। सबसे उंचा झंडा उन्होंने भारत का गुदवाया है। ऋषि का मानना है कि किसी भी देश के झंडे की तौहीन नहीं करनी चाहिए इसीलिए उन्होंने किसी भी देश के झंडें को अपने कमर के नींचे नहीं गुदवाया है उनका कहना है कि किसी भी देश को हम नीचां नहीं दिखाएं जिससे किसी भी देश को आपत्ति हो। वहीं पाकिस्तान जहां हमारे देश के प्रति हमेशा विपरीत रहता है तो ऋषि ने यहां भी भारत का बढ़प्पन बताने के लिए पाकिस्तान का झंडा भी अपने फेस पर गुदवा रखा है। इससे वो दिखाना चाहते हैं कि जिस तरीके से हम भारतवासी पाकिस्तान की इज़्ज़त करते हैं उसी तरह पाकिस्तान हमेशा भारत को सम्मान दें और बुराई को भूल कर दोस्ती का हाथ बढ़ाए। गीनिज ऋषि ने धर्म का भी पालन करते हुए कुछ देशों के झंडें अपने शरीर पर नहीं गुदवाएं। जैसे इरान, सउदी आदि मुस्लिम देशों के झंडों में आयत लिखी होती है और उन्होंने आयतों का सम्मान करते हुए उन देशों का झंडा अपने शरीर पर नहीं गुदवाया और इसी तरह सबसे ज्यादा झंडें गुदवाने वाले पहले इंसान बन गये।

गिनीज ऋषि ने 39.33 सेकंड में 500 ग्राम वाले हिंज टमाटर कैच अप को पीकर विश्व रिकॉर्ड बना रखा है। यह तो कुछ नहीं गीनिज ऋषि ने दुनिया का सबसे बड़ा 64 इंच का चीनी का क्यूब बना डाला और डोमिनो पिज्जा की डिलेवरी दिल्ली से अमेरिका यानी 12,341 किलोमीटर की कर डाली।

गीनिज ऋषि ही नहीं उनके परिवार के सदस्यों का नाम भी गिनीज बुक में दर्ज है। उनकी पत्नी बिमला ऋषि के नाम दुनिया का सबसे छोटा वसीयतनामा लिखने का रिकॉर्ड है तो उनके बेटे सुमित के नाम दुनिया का सबसे छोटा निमंत्रण पत्र का कीर्तिमान है। ऋषि की दो साल की पोती का नाम भी गिनीज बुक में है। उनकी पोती का नाम दुनिया का सबसे बड़ा नाम है। उनकी पोती का नाम है "लखते जिगर नूरे नजर कोकिला माउस इमरान गिनीज ऋषि बॉर्न टू श्रुति जोशी ऋषि सुमित प्रकाश ऋषि पौत्री"।

पूरी दुनिया में चुनाव होते हैं लेकिन क्या कोई उम्मीदवार चुनाव हारने के लिए खड़ा होता है। आप कहेंगे नहीं हर उम्मीदवार सबसे ज्यादा वोट लेने के लिए चुनाव के मैदान में खड़ा होता है लेकिन यहां बिल्कुल अलग बात आप सुनेंगे। गिनीज़ ऋषि दिल्ली में हुए एमसीडी के चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर खड़े हुए और उन्होंने घर- घर जाकर लोगों से उन्हें वोट ना देने की अपील की। अब आप कहेंगे कि कोई उम्मीदवार भला ये क्यों कहेगा कि मुझे वोट मत दो तो बताते हैं क्यों कहा उन्होंने ऐसा। गीनिज़ ऋषि अपने रिकॉर्ड के लिए मशहुर है इसी लिए उन्होंने लोगों से अपील की थी कि लोग उन्हें वोट ना डाले जिससे अगर उन्हें एक वोट भी नहीं पड़ेगा तो यह भी खुद एक रिकॉर्ड बन जाएगा। लेकिन यहां किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और जनता ने उन्हें 30 वोट दे ही दिए।

गिनीज़ ऋषि का सपना है कि वो भारत में पूरे विश्व से उन चुनिंदा लोगों को बुलाए जो अद्भूत क्रिया करते हैं। जैसे कोई व्यक्ति अपनी ज़बान से गाड़ी खींच लेता है आदि। ऐसे लोगों को बुलाकर भारत में उनका एक प्रोग्राम किया जाए और उन्हें सम्मानित किया जाए। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके इस सपने को पूरा होने में साथ दें जिससे जब भारत में विश्व के लोग आएंगे और अपनी कला दिखाएंगे तो दुनिया देखेगी कि भारत में कितनी यूनिटी का प्रोग्राम कराया जा रहा है। साथ ही भारत का नाम भी उंचा रहेगा। गिनीज़ ऋषि कहते हैं कि अगर उनकी कोई मदद नहीं करेगा तो वो भारत का नाम उंचा करने के लिए अपनी ज़मीन तक बैंच देंगे। गिनीज ऋषि से समाचार वार्ता की खास बातचीत की वीडियो भी आप देख सकते हैं। देखने के लिए यहां क्लिक(वीडियो) करें।

दिल्ली से सै. अली अब्बास नक़वी - की रिपोर्ट


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