(04/04/2015)
शारदा मां बालिका महाविद्यालय का नया भवन मां शारदा देवी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने पश्चिम बंगाल में उत्तर चौबीस परगना के बारासात में शारदा मां गर्ल्स कॉलेज के नये भवन का उद्घाटन किया। इस कॉलेज का संचालन बैरकपुर रामकृष्ण विवेकानन्द मिशन करता है। कॉलेज भवन का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि यह भवन श्रीरामकृष्ण और मां शारदा देवी के अमर विचारों के बिल्कुल अनुरूप है। श्री रामकृष्ण और मां शारदा देवी ने अपनी पूरी जिंदगी लोगों को शिक्षित करने में लगा दी। श्री रामकृष्ण और उनके महान शिष्य स्वामी विवेकानन्द आज भी प्रेरणा के स्रोत बने हुए हैं। मां शारदा देवी ने रामकृष्ण आंदोलन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह खुद कहती थीं कि पूरी दुनिया को अपना बनाना सीखो। यह बात साधारण दिखती है, लेकिन बेहद महत्वपूर्ण है। उनका यह संदेश आज की दुनिया में मौजूद कई समस्याओं और चुनौतियों से निपटने की राह दिखाता है। राष्ट्रपति ने रामकृष्ण विवेकानन्द मिशन के संस्थापक स्वामी नित्यानंद महाराज के प्रति अपने विचारों को भी व्यक्त किया। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वामी नित्यानंद ने अपनी पूरी जिंदगी समाज के कमजोर वर्ग खासकर सुविधाविहीन बच्चों की भलाई में लगा दी थी। स्वामी नित्यानंद महाराज के दुनिया से चले जाने के बाद मिशन ने न केवल अपने संस्थापक पितृपुरूष खो दिया, बल्कि संगठन के सदस्यों ने एक महान मार्गदर्शक, गुरु और महत्वपूर्ण मित्र को खो दिया। स्वामी नित्यानंद महाराज ने 05 जनवरी, 2014 को निर्वाण प्राप्त किया था। राष्ट्रपति ने इस मौके पर रामकृष्ण विवेकानन्द मिशन, इसके सदस्यों और कर्मचारियों को समाज सेवा के क्षेत्र में मिली उनकी सफलता पर बधाई दी और उनके आगे के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं प्रदान कीं। उन्होंने पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के बड़े इलाके में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए रामकृष्ण विवेकानन्द मिशन की सराहना की। इन राज्यों में मिशन 15 हजार बालक-बालिकाओं को शिक्षा देता है। राष्ट्रपति ने याद दिलाया कि देश में मिशन की ओर से चलाए जा रहे आश्रमों में अनाथ, वंचित बच्चों, विकलांग बालिकाओं और मुसीबत से घिरी महिलओं को आश्रय मिलता है। |
Copyright @ 2019.