(14/04/2015) 
धुमधाम से मनी भीम राव अंबेडकर की जयंती
भारत रत्न डॉ भीम राव अंबेडकर की जयंती पुरे देश में धुम धाम से मनी। दिल्ली के संसद मार्ग पर डॉ भीम राव अंबेड़कर की जयंती के उपलक्ष्य में देश भर के लोगों ने अपने स्टॉल लगाए। जिसमें डॉ भीम राव अंबेडकर की जयंती को याद रखना था।

डॉ भीम राव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 मध्य प्रदेश के मऊ में हुआ था। अंबेडकर का जन्म गरीब परिवार में हुआ था। बीआर अंबेड़कर भारत के संविधान के मुख्य शिल्पकार भी है। बीआर अंबेड़कर को बाबासाहब के नाम से भी जाना जाता है।  दिल्ली में बीआर अंबेड़कर की जयंती के दिन बीजेपी, कांग्रेस और आप भी जयंती मनाती नज़र आई। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आप के एससी/एसटी के अध्यक्ष व विधायक  मनोज कुमार के साथ नज़र आए। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश यह ही होगी कि हम  बाबा साहेब के सिद्धांतों पर चले। वहीं बीजेपी भी बाबा साहेब की जयंती में पीछे नहीं रही। बीजेपी के सांसद उदित राज के साथ नई दिल्ली से मिनाक्षी लेखी, दिल्ली अध्यक्ष सुरेश उपाध्याय, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू सहित कई बीजेपी के नेता संसद मार्ग पर जयंती मना रहे थे।
दिल्ली के संसद मार्ग पर एक तरह का मेला सा लगा हुआ था। लेकिन उस मेले में सिर्फ और सिर्फ डॉ भीम राव अंबेड़कर ही नज़र आ रहे थे। किसी ने उनकी बुक अपने स्टॉल पर लगाई हुई थी तो किसी ने उनके कैलेंडर अपने स्टॉल पर लगाकर बीआर अबेड़कर की जयंती के दिन तोहफे दिया। 
एससी एसटी सेल के सभी संगठन चाहे बैंक हो या इंशोयरेंस अधिकतक लोग इस दिन मौजूद थे। सभी संगठनों ने सबसे पहले बीआर अंबेड़कर की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि अर्पित की। इसके बाद किसी ने बाबा साहेब के नाम से भंडारे का आयोजन किया तो किसी ने पानी या उनकी जीवनी की किताबें बांटी।
संसद में बीआर अंबेड़कर की प्रतिमा को श्रृदांजलि देने भी हज़ारों में लोग सुबह से ही पहुंचने लगे।

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