(16/04/2015) 
नेताजी की मौत का सच आएगा सामने, कमेटी ने शुरू की जांच
नई दिल्ली । मोदी सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की गुमशुदगी से जुड़े रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए एक कमेटी बनाई है। केबिनेट सचिव की अध्यक्षता में बनी इस कमेटी में रॉ, आईबी, गृह मंत्रालय तथा पीएमओ से जुड़े अधिकारी शामिल है। यह कमेटी नेताजी की गुमशुदगी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग पर विचार करेगी। उल्लेखनीय है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेताजी के परिजनों से सच सामने लाने का वादा किया था।

सरकार के इस फैसले को सकारात्मक बताते हुए नेताजी के परिवार ने कहा कि मोदी सरकार की ओर से इतना जल्दी फैसला लिया जाना बहुत ही सकारात्मक है, हमें इतने जल्दी फैसले की उम्मीद नहीं थी। हालांकि वह प्रत्येक संभावना के लिए तैयार दिखे।

उन्होंने कहा कि हो सकता है इस खुलासे में नेताजी के जीवन का नकारात्मक सच भी सामने आए लेकिन हम उसे भी स्वीकार करेंगे। हम उनके बारे में किसी भी खुलासे को स्वीकार करने को तैयार है। सूर्य बोस ने बताया कि मैंने पीएम मोदी को कुछ बिंदुओं को लिखित दिया है। इसमें परिवार की नेहरू द्वारा जासूसी कराए जाने की बात भी शामिल है। हमारा परिवार चाहता है कि सच सामने आए। मैंने पीएम मोदी को बताया कि भारत इतना मजबूत देश है कि यदि नेताजी से जुड़ा सच सामने आता है और वह किसी देश को मंजूर नहीं होता है तो भी भारत का कुछ नहीं बिगड़ेगा। गौरतलब है कि नेताजी के रहस्यमय ढंग से गायब होने से जुड़ी 160 सीक्रेट फाइलों को सरकार ने अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है। सरकार के अनुसार इनसे देश की सुरक्षा व्यवस्था को खतरा होने की आशंका है परन्तु मोदी सरकार ने सभी अटकलों को अलग रखते हुए बोस परिवार को सच सामने लाने का आश्वासन दिया था। नेताजी को अंतिम बार ताइवान में 18 अगस्त 1945 को देखा गया था जिसके बाद से वह लापता है।

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