(18/04/2015) 
भारत और दक्षिण कोरिया में उच्‍च स्‍तरीय रक्षा बातचीत
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सिओल में कोरिया गणराज्‍य के रक्षा मंत्री हान मिन-कू द्वारा रक्षा मंत्रालय में स्‍वागत किये जाने से पूर्व सेना के संयुक्‍त प्रमुखों के चेयरमैन एडमिरल चोई, रक्षा खरीद कार्यक्रम प्रशासन (डीएपीए), राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार किम क्‍वान-जिन से मुलाकात की।

रक्षा मंत्री ने अपनी सभी मुलाकातों में अप्रैल 2014 के दौरान सिओल नौका दुर्घटना की पहली वर्षगांठ पर संवेदना व्‍यक्‍त की, जिसमें तीन सौ से ज्‍यादा लोग मारे गए थे। मंत्री महोदय ने एक समृद्ध लोकतंत्र का निर्माण करने और उसके द्वारा गुरुदेव टैगोर की भविष्‍यवाणी कि कोरिया 'पूर्व का चमकदार प्रकाश' बनेगा, को साकार करने के लिए कोरिया के लोगों को बधाई दी।
एडमिरल चोई के साथ मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने वर्तमान द्वपक्षीय रक्षा संबंधों पर विचार-विमर्श किया। दोनों पक्षों ने स्‍वीकार किया कि उनके संबंध ऐसे हैं, जिनमें सैन्‍य से सैन्‍य करार की उल्‍लेखनीय क्षमता को अर्जित करने के बीच कोई बाधा नहीं है। डीएपीए में मंत्री श्री चांग के साथ मुलाकात में दोनों पक्षों ने स्‍वीकार किया कि क्षेत्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय मुद्दों पर उनके साझा दृष्टिकोणों ने रक्षा उत्‍पादन, अनुसंधान एवं विकास में सहयोग के लिए एक ठोस नींव तैयार की है। पर्रिकर ने जोर देकर कहा कि कोरिया को एक साझेदार के रूप में भारत काफी महत्‍व देता है और इसीलिए उन्‍होंने 'मेक इन इंडिया' के तहत अपनी पहली यात्रा के लिए कोरिया गणराज्‍य को अपना गंतव्‍य बनाया। दोनों पक्षों ने रक्षा उत्‍पादन में पारस्‍परिक लाभदायक साझेदारी विकसित करने के अपने प्रयासों को बढ़ाने पर सहमति जताई।
राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार किम के साथ मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने शांति और सुरक्षा के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। उन्‍होंने सुरक्षा और प्रतिरक्षा में द्विपक्षीय सहयोग को सघन बनाने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया, जिससे वे घनिष्‍ठ सामरिक साझेदारों के अधिक अनुरूप तरीके से अपने संबंधों को आगे बढ़ा सकें।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और रक्षा मंत्री हान ने विशेष रूप से दोनों पक्षों के रक्षा प्रतिष्‍ठानों के बीच संपर्क और भारतीय तथा कोरियाई रक्षा उद्योगों के बीच गहरी साझेदारी को विस्‍तारित करने के तरीकों पर ध्‍यान केन्द्रित किया। रक्षा मंत्री हान ने पर्रिकर और उनके प्रति‍निधिमंडल को रात्रि भोज के लिए भी आमंत्रित किया।
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