(22/04/2015) 
धरना कर रहे अध्यापको पर 'आप' ने लगाया बीजेपी के एजेंट होने का आरोप
नई दिल्ली: भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर आम आदमी पार्टी द्वारा आयोजित किसान रैली में जहां एक तरफ गजेन्द्र नाम के किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, वहीं इस रैली में दिल्ली के अतिथि अध्यापकों ने भी अपनी मांग को पूरे जोर शोर से रखा, 6 अप्रैल से दिल्ली के दो हजार से ज्यादा अतिथि अध्यापक अपनी मांग को लेकर जगह जगह धरना प्रदर्शन कर रहे है,

इसी कड़ी में बुधवार को जंतर मंतर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने अतिथि अध्यापकों ने अपनी मांग को रखा, लेकिन उनकी मांग को लेकर दिल्ली सरकार के न तो सीएम और न ही शिक्षा मंत्री ने कुछ खास कहा बल्कि उल्टे अतिथि अध्यापकों पर बीजेपी के एजेंट होने का आरोप लगाया, वहीं दूसरी तरफ दिल्ली गेस्ट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण तोबड़िया का साफ साफ कहना था कि सभी अतिथि अध्यापकों को स्थायी किया जाए, इससे कम पर वो मानने को कतई तैयार नहीं है, इतना हीं नहीं प्रवीण का कहना था कि सीएम साहब से बार बार समय मांगने के बावजूद उन्हें अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया जा रहा है, इसलिए जंतर मंतर पर होने वाली आम आदमी पार्टी की रैली में आकर उन्हें प्रदर्शन करना पड़ा, फिर भी दिल्ली सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है, आपको बता दें कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में करीब 19 हजार अतिथि अध्यापक तैनात है और करीब इतने ही पद स्थायी अध्यापकों के दिल्ली के सरकारी स्कूलों में खाली पड़े है,
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