(25/04/2015)
उत्तर भारत में दो बार आया भूकम्प
40 मिनट में दो बार आया भूकम्प, भूकम्प की तीव्रता 7.5 बताई गई,
रिक्टर स्केल | असर | 0 से 1.9 | सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है। | 2 से 2.9 | हल्का कंपन। | 3 से 3.9 | कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर। | 4 से 4.9 | खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं। | 5 से 5.9 | फर्नीचर हिल सकता है। | 6 से 6.9 | इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है। | 7 से 7.9 | इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं। | 8 से 8.9 | इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं। | 9 और उससे ज्यादा | पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी। |
|