(07/05/2015)
देश में महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
देश में महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय महिलाओं को सुरक्षित महत्व उपलब्ध कराने के लिए कारगर व्यवस्था करने को प्रयासरत है ताकि महिलायें कामकाज कर सकें और जीवन बिता सकें और अपनी संभावनाओं का पूरा लाभ उठा सकें। यह जानकारी केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने आज राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। मंत्रालय का मानना है कि महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा पर तब तक काबू नहीं पाया जा सकता जब तक लोगों की मानसिकता में बदलाव नहीं लाया जाता। समाज में महिलाओं और पुरुषों को जागरूक बनाने के लिए जिला स्तर पर कार्यशालाएं, विचार गोष्ठियां, नुक्कड़ नाटक, नारी की चौपालें, बेटी जन्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। पंचायत राज मंत्रालय के सहयोग से विशेष (महिला) ग्राम सभाओं का भी आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि घरेलू हिंसा, बालक-बालिकाओं के अनुपात और बाल विवाह जैसे मामलों पर जनता को शिक्षित करने के लिए प्रेस और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापन दिये जा रहे हैं। महिलाओं से जुड़े मामलों के बारे में जागरूकता फैलाने और बालिका भ्रूण हत्या और बाल विवाह जैसे मामलों को चर्चा के केंद्र में लाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस और राष्ट्रीय बालिका दिवस आदि जैसे आयोजनों का उपयोग किया जा रहा है। मंत्रालय के सबला कार्यक्रम के जरिये 11 से 18 वर्ष की किशोरियों को महिला अधिकारों के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है। |
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