(08/05/2015) 
इम्वा अवार्ड में बेस्ट एनसीआर एसएचओ बनें राशीद अली,
पत्रकारों की राष्ट्रीय संस्था इंडियन मीडिया वैल्फेयर एसोसिएशन नें इम्वा अवार्ड 2015 का आयोजन दिल्ली के मावलंकर ऑडिटोरियम मेें किया, इस अवार्ड समारोह में देश उल्लेखिनिय काम करने वाले पत्रकारों के साथ समाजसेवकों और अधिकारियों को भी सम्मानित किया.


पुलिस को लोग वैसे तो बदनाम करते हैं लेकिन यह ही पुलिस है जो हमें बदमाशों से बचाती है, जब किसा का एक्सिडेंट होता है तो उसे अस्पताल पहुंचाती है, किसी आतंकवादी की गोलिया चलती हैं तो उनका निडरता से सामने करती है, फिर भी लोग पुलिस को बदनाम करते हैं.

गाजियाबाद के लिंक रोड थाने के एसएचओ राशिद अली नें वो काम कर दिया जो पिछले 25 साल से नही हो पाया था, महिलाएं शाम के समय सूर्य नगर चौकी के पास बनें शराब के  ठेके के पास से भी नही गुजर सकती थी क्योकि वहां दिन मेें ही शराबियों को मेला लगनें लगता था. महीलाओं और कई समाजसेवी संस्थाओं नें इसकी कई बार शिकायत भी की लेकिन कोई फायदा नही हुआ. जब थाना लिंक रोड के एसएचओ का पद राशिद अली नें संभाला तो इलाके के लोगों को लगा कि अब शायद कुछ अच्छा हो, और वो ही हुआ जो लोगों नें राशीद अली के बारे मेें सोचा था, उस युवा एसएचओ नें थाना प्राभारी का पद संभालते ही शराबियों के मेले का लगना बंद कर दिया, जिससे ईलाके की महीलाओे और बच्चों का काफी राहत मिली, इसकी को देखते हुए राशीद अली को इम्वा अवार्ड 2015 से सम्मानित किया गया.
इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथी के रुप में भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्री महेश शर्मा और सांसद डा उदित राज के अलावा दिल्ली पुलिस की स्पेशल कमिश्नर विमाला मेहरा नें पत्रकारों के साथ समाजसेवकों और अधिकारियों को सम्मानित किया

इंडियन मीडिया वैल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव निशाना नें कहा कि एेसे ही अधिकारियों के कारण पुलिस का नाम रोशन होता है, और समाज को सुरक्षा मिलती है, ऐसे में समाज का भी फर्ज बनता है कि ऐसे अधिकारियों को सम्मानित करे.
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