(08/05/2015) 
बच्चों नें गुल्लक से निकालकर दिए DM EAST को भूकंप पीडितों के लिए पैसे
नई दिल्ली। शुक्रवार को पूर्वी दिल्ली डिस्ट्रिक मजिस्टेट के कार्यालय में उस समय बच्चों ने इंसानियत की मिशाल पेश की, जब शाम के समय कुछ बच्चे अपनी गुलकों को लेकर डीएम कार्यालय पहुंच गए, पहले तो उनको देखकर डीएम कुणाल सकते में आ गए कि यह बच्चे कार्यालय में क्या करने आये है लेकिन जब डीएम कुणाल ने बच्चों के हाथो की तख्तियां देखीं तो उनके चेहरे पर मुस्कान खिल गई।

 यह सब बच्चे अपने पुरे एक महीने का जेबखर्च नेपाल भूकम्प पीड़ितों के लिए अनुदान करने पहुंचे थे। लक्ष्मी नगर मास्टर सेना के नाम से इन छोटे-छोटे बच्चों ने एक ग्रुप बनाया हुआ है जिसके द्वारा यह लगातार इस तरह के कार्य करते रहते है। दिवाली और दशहरे पर भी यह बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी करते हैं. 8 साल के  व्योम की मम्मी मीनू का कहना है कि जब शाम को व्योम मेरे पास आया कि मम्मी हम बच्चे अपनी गुल्लक को लेकर आज नेपाल के लोगों की मदद के लिए भेजेंगे तो उन्हे यकिन नही आया. कि मेरा बच्चा इतनी बडी बात कर रहा है, यही बात दिव्यांशु के दादा जी भी कहते हैं कि जब दिव्यांशू नें उनसे कहा की वो अपने दोस्तों के साथ अपनी खर्ची के पैसे नेपाल पीडितों के लिए डीएम अंकल के पास जाना चाहता है तो उन्हे यह सुनकर अच्छा लगा और वो भी इनका साथ देने के लिए राजी हो गए. डी एम कुणाल को यह राहत राशि देने इस सेना के दिवांशु, वेदिका, व्योम, गगन ,समीर,कीरत ,ऋतिक और शिवम डीएम ऑफिस पहुंचे थे जिन्होंने अपनी गुलकों से डीएम कुणाल को 894 रूपये दिए। इस मौके पर बच्चों का प्रयास देखकर डीएम कुणाल भी भावुक नजर आए। डीएम कुणाल ने बच्चों के सराहनीय कदम को देखते हुए कहा कि में इन बच्चों के इस कदम को देखते हुए इनको सलाम करता हूँ, इन बच्चों में नेपाल के बेसहारा लोगों की मदद करने की ललक है  जो एक मानवता का कार्य है जिसमें सभी इंसानों को बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। शुक्रवार को दिल्ली सरकार की तरफ से 117 टन सामग्री सत्याग्रह एक्सप्रेस की छह बोगियों द्वारा नेपाल भेजी गयी है। 

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