(10/05/2015) 
जानिए कैसे वजन को करे मेंटेन
वजन घटाना इतना मुश्किल नहीं है, जितना घटे हुए वजन को बरकरार रखना। वजन घटाने के ज्यादातर मामलों में वजन लौट आता है। वजन घटाने और मेंटेन करने के बीच तालमेल कैसे बिठाएं, एक्सपर्ट्स की मदद से बता रही हैं प्रियंका सिंह: वजन कम घटाने वाले 60-70 फीसदी तक लोगों को फिर से वजन लौट आने की शिकायत होती है। एक्सपर्ट मानते हैं कि वजन घटाना 50 फीसदी जंग जीतना है, तो उसे मेंटेन करना बाकी 50 फीसदी जंग जीतने के बराबर है।

क्यों वापस आता है वजन!
वजन कम करने और उसे मेंटेन करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहले वजन तेजी से घटाने की कोशिश न करें। महीने में 2 किलो (ज्यादा-से-ज्यादा 3 किलो तक) वजन घटाने का टारगेट सही है। अगर बहुत तेजी से वजन घटाएंगे तो उसके लौटकर आने के चांस भी ज्यादा होंगे। वजह यह कि तेजी से वजन कम करने के लिए लोग क्रैश डाइटिंग पर चले जाते हैं। इससे बॉडी का मेटाबॉलिजम कम होता है। फिर जब नॉर्मल डाइट पर लौटते हैं तो मेटाबॉलिजम कम होने की वजह से वजन तेजी से बढ़ जाता है।अक्सर लोग डाइटिंग और भारी एक्सरसाइज का सहारा लेकर वजन कम कर लेते हैं, लेकिन लाइफस्टाइल में चेंज नहीं करते। लाइफस्टाइल चेंज से मतलब भूखे रहने के बजाय हेल्दी खाने की आदत डालना, एक्सरसाइज को लाइफ का हिस्सा बनाना और ऐक्टिव लाइफस्टाइल अपनाना है। इसके लिए अपने छोटे-मोटे ज्यादातर काम खुद करने की आदत डालें और चलने-फिरने का बहाना तलाशें।डाइटिंग में ज्यादातर लोग फास्ट करने यानी भूखे रहने लगते हैं। ऐसे में फास्ट के बाद फीस्ट यानी दावत उड़ाने से नहीं चूकते। इससे जितनी मेहनत से वजन कम किया था, उतनी ही तेजी से वापस आता है।
लोग वजन कम करने के बाद एक्सरसाइज या तो बिल्कुल बंद कर देते हैं या फिर बहुत कम कर देते हैं। उन्हें लगता है कि वजन कम हो ही गया, अब एक्सरसाइज की क्या जरूरत। यह सही नहीं है। इससे भी वजन फौरन लौटने लगता है।रखें ध्यान जब भी वजन कम करने की शुरूआत करते हैं, शुरू में वजन तेजी से गिरता है। फैट के साथ मसल्स वेट भी गिरता है तो वजन जल्दी कम होता है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि बॉडी में मसल्स वेट कितना है और फैट कितना। यह जांच बड़े जिम या फिटनेस क्लीनिक में कराई जा सकती है। यह पता लगाना भी जरूरी है कि वर्कआउट से दोनों (मसल्स और फैट वेट) में से क्या गिर रहा है। अगर फैट ज्यादा है तो कार्डियो, स्ट्रेच और लाइट वेट को मिलाकर एक्सरसाइज करें।
वजन कम करने के दौरान कुल एक्सरसाइज का 60 फीसदी कार्डियो और 40 फीसदी स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइज का रखें तो बेहतर है। कभी एक्सरसाइज नहीं की है तो शुरुआत 20 मिनट के ब्रिस्क वॉक से करें। फिर 2 मिनट ब्रिस्क वॉक और 2 मिनट जॉगिंग के साथ करें। इसके बाद 2 मिनट ब्रिस्क वॉक और 3 मिनट जॉगिंग करें। इस तरह धीरे-धीरे आपकी क्षमता बढ़ जाएगी और बॉडी में से फैट कम होने लगेगा। रोजाना कुल 45 मिनट की एक्सरसाइज जरूर करें।कार्डियो के साथ मसल्स स्ट्रेंथनिंग भी बहुत जरूरी है। मसल्स को ट्रेंड नहीं कर रहे हैं तो वेट लॉस के साथ-साथ मसल्स लॉस भी होगा। मसल लॉस के साथ मेटाबॉलिजम कम होता है। इससे वजन तेजी से लौट आता है। मसल लॉस को रोकने के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसे कि डंबल, पुशअप्स, स्क्वैट्स, सूर्य नमस्कार आदि करें।
मेंटेन करने के लिए वजन को लगातार कम करते रहने की कोशिश न करें। ऐसा करना बेहद खतरनाक हो सकता है। एक टारगेट तय करें कि कितने किलो वजन कम करना है। उस टारगेट को पाने के बाद उसे मेंटेन करने की कोशिश करें। जितना वजन घटाने के बाद है, उसमें 1-2 किलो का उतार चढ़ाव सामान्य है, लेकिन अगर 3 किलो से ज्यादा वजन वापस लौट आए या फिर इंच बढ़ने लगे तो ध्यान देना जरूरी है।
वजन कम करने के लिए कार्डियो पर जोर दिया जाता है, जबकि मेंटेन करने के लिए स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइज बढ़ाएं। इसके लिए स्ट्रेंथनिंग 65 फीसदी और कार्डियो 35 फीसदी का कॉम्बिनेशन रखें। कार्डियो एक्सरसाइज में वे एक्सरसाइज आती हैं, जिनसे दिल की धड़कन बढ़ जाए मसलन अरोबिक्स, जॉगिंग, रनिंग, साइकलिंग, स्वीमिंग, ब्रिस्क वॉक, रस्सी कूदना, जुंबा या दूसरे डांस आदि। स्ट्रेंथनिंग के लिए वेट लिप्टिंग, स्क्वैट्स, पुश-अप्स, सूर्य नमस्कार आदि कर सकते हैं।जाना एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे तो भी हफ्ते में कम-से-कम 4-5 दिन तो जरूर करें। 30 मिनट की रेग्युलर ब्रिस्क वॉक वजन मेंटेन करने के लिए काफी है। जो लोग ज्यादा चल-फिर नहीं सकते, वे योग जरूर करें। इससे मसल्स टेंशन कम होती है और तन व मन, दोनों रिलैक्स होते हैं। शरीर में लचीलापन भी बढ़ता है। वैसे, एक्सरसाइज का कोई भी मौका न छोड़ें। हर 5-10 मिनट के छोटे वर्कआउट के भी फायदे हैं।
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