(18/05/2015) 
विवाह में क्या होता है अंको का महत्व और कैसा रहेगा आप का आज का दिन
सोमवार 18-०5-2०15 आपकी किस्मत के सितारे आज का पंचांग 18 मई, तिथि ३०, वार चंद्र, नक्षत्र कृति, योग शोभ, चंद्रमा वृष राशि में प्रवेश

मेष: आज आपके महत्वपूर्ण कार्य अटक सकते हैं। अचल संपत्ति या वाहन की खरीददारी का योग बन रहा है। यदि आप लंबे समय से विदेश जाने का मन बना रहे हैं, तो इस समय प्रयास करने पर सफलता मिलने की संभावना है।

शुभ रंग: नीला शुभ अंक: 2

वृष: इस समय प्रयास करने पर सफलता मिलने की संभावना है। स्वभाव में उग्रता और व्यवहार में कठोरता रहेगी। इसके कारण कार्यस्थल पर आपको विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, खासकर अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ व्यवहार करते समय। 
शुभ रंग: पीला शुभ अंक: 7

मिथुन: उच्चाधिकारियों के साथ मनमुटाव होने की संभावना है। दोस्तों और हिस्सेदारों के साथ बातचीत करते समय विशेष ध्यान रखें, अन्यथा महत्वपूर्ण कार्य आपकी कड़वी वाणी के कारण अटक सकते हैं। 
शुभ रंग: बैंगनी शुभ अंक: 9

कर्क: इस समय शॉर्टकट तरीके से धन कमाने की योजना पर विराम लगाएं अन्यथा आप अपनी मेहनत की कमाई भी गंवा देंगे। वाहन चलाते समय भी विशेष ध्यान रखें और जल्दबाजी में कोई कार्य न करें। 
शुभ रंग: केसरी शुभ अंक: 1

सिंह: घर परिवार में शांति और खुशनुमा माहौल रहेगा। हर सदस्य के मन में एक-दूसरे के प्रति आदर और सम्मान होगा। आपकी आध्यात्मिक और धार्मिक मामलों में रुचि बढ़ेगी।
शुभ रंग: संतरी शुभ अंक: 5

कन्या:  आप समाज सेवा और जन कल्याण संबंधित कार्यों में अधिक सक्रिय रहेंगे। परिवार और जीवनसाथी के साथ प्रवास का आयोजन हो सकता है। 
शुभ रंग: गहरा भूरा शुभ अंक: 7

तुला: भाई-बहन या बहनोई के साथ संबंधों में सुधार आएगा। आप अपनी बुद्धिमत्ता से धंधे में अच्छा लाभ अर्जित करने में सफल होंगे। 
शुभ रंग: नीला शुभ अंक: 7

वृश्चिक: उधारी की वसूली के लिए आपको काफी भाग दौड़ करनी पड़ सकती है। आपके कार्य पूर्ण होने के कारण आपको कोई शिकायत नहीं होगी। प्रेम संबंधों में निकटता आएगी। 
शुभ रंग: जामुनी शुभ अंक: 6

धनु: आप किसी के सामने प्रेम का प्रस्ताव रखेंगे तो इस समय सकारात्मक जवाब मिलने की संभावना है। डेटिंग, लॉंग ड्राइव, कैंडल लाइट डिनर और एक दूसरे के साथ प्रेम के मधुर पल गुजारने का वक्त मिल सकता है। 
शुभ रंग: सफेद शुभ अंक: 5

मकर: आपको कोर्ट कचहरी के कार्यों में सफलता मिल सकती है। विवाह उत्सुक जातकों के लिए भी समय काफी अनुकूल है।
शुभ रंग: गहरा नीला शुभ अंक: 7

कुंभ: अधर में अटके हुए कार्य इस सप्ताह गति पकड़ेंगे। हाथ में आए कामों में अपेक्षित सफलता मिलने की संभावना है। 
शुभ रंग: सलेटी शुभ अंक: 2

मीन: कार्यों की सफलता आपके आत्मविश्वास को प्रोत्साहन देगी। व्यवसाय या धंधे से जुड़े मामलों में आप अपने कौशल और अनुभव से काफी सुधार लेकर आएंगे। 
शुभ रंग: काला शुभ अंक: 8


अंक ज्योतिष से विवाह

अंकशास्त्र में मुख्य रूप से नामांक, मूलांक और भाग्यांक इन तीन विशेष अंकों को आधार मानकर फलादेश किया जाता है। विवाह के संदर्भ में भी इन्हीं तीन प्रकार के अंकों के बीच सम्बन्ध को देखा जाता है। अंक ज्योतिष भविष्य जानने की एक विधा है। अंक ज्योतिष से ज्योतिष की अन्य विधाओं की तरह भविष्य और सभी प्रकार के ज्योंतिषीय प्रश्नों का उत्तर ज्ञात किया जा सकता है। विवाह जैसे महत्वपूर्ण विषय में भी अंक ज्योतिष और उसके उपाय काफी मददगार साबित होते हैं।
अंक ज्योतिष अपने नाम के अनुसार अंक पर आधारित है। अंक शास्त्र के अनुसार सृष्टि के सभी गोचर और अगोचर तत्वों अपना एक निश्चत अंक होता है। अंकों के बीच जब ताल मेल नहीं होता है तब वे अशुभ या विपरीत परिणाम देते हैं। अंकशास्त्र में मुख्य रूप से नामांक, मूलांक और भाग्यांक इन तीन विशेष अंकों को आधार मानकर फलादेश किया जाता है। विवाह के संदर्भ में भी इन्हीं तीन प्रकार के अंकों के बीच सम्बन्ध को देखा जाता है। अगर वर और वधू के अंक आपस में मेल खाते हैं तो विवाह हो सकता है। अगर अंक मेल नहीं खाते हैं तो इसका उपाय करना होता है ताकि अंकों के मध्य मधुर सम्बन्ध स्थापित हो सके।
वैदिक ज्योतिष एवं उसके समानांतर चलने वाली ज्योतिष विधाओं में वर वधु के वैवाहिक जीवन का आंकलन करने के लिए जिस प्रकार से कुण्डली से गुण मिलाया जाता ठीक उसी प्रकार अंकशास्त्र में अंकों को मिलाकर वर वधू के वैवाहिक जीवन का आंकलन किया जाता है।
अंकशास्त्र से वर वधू का गुण मिलान : अंकशास्त्र में वर एवं वधू के वैवाहिक गुण मिलान के लिए, अंकशास्त्र के प्रमुख तीन अंकों में से नामांक ज्ञात किया जाता है। नामांक ज्ञात करने के लिए दोनों के नामों को अंग्रेजी के अलग अलग लिखा जाता है। नाम लिखने के बाद सभी अक्षरों के अंकों को जोड़ा जाता है जिससे नामांक ज्ञात होता है। ध्यान रखने योग्य तथ्य यह है कि अगर मूलक 9 से अधिक हो तो योग से प्राप्त संख्या को दो भागों में बांटकर पुन: योग किया जाता है। इस प्रकार जो अंक आता है वह नामांक होता है। उदाहरण से योग 32 आने पर 3+2=5 वर का अंक 5 हो और कन्या का अंक8 तो दोनों के बीच सहयोगात्मक सम्बन्ध रहेगा, अंकशास्त्र का यह नियम है।

गौ सेवा के लिए आप भी अपना बहुमूल्य योगदान करें और गौ सेवा के लिए आगे आएं। ज्योतिष अनुसंधान केंद्र काल योग सेवा ट्रस्ट शिमलासेक्टर34 सीकेनरा बैंक के सामने न्यू शिमलाएस्ट्रो अधिकारी संपर्क सूत्र-82638-82638 और 92182-०००13, 14 आचार्य जी से आप वॉट्स ऐप और फेसबुक पर इस नंबर से जुड़ सकते हैं।

आचार्य महेन्द्र कृष्ण शर्मा, 91295-००००4

Copyright @ 2019.