(29/05/2015) 
डॉक्टर पर बच्ची को छेड़छाड़ करने का आरोप
नई दिल्ली। दिल्ली के नरेला स्थित सत्यावादी राजा हरिशचन्द्र अस्पताल में एक बच्ची के साथ शारीरिक छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। गौरतलब है कि आरोप लगने के बाद से डॉक्टर अस्पताल से फरार हो गया जबकि डॉक्टर के अन्य सहकर्मी हड़ताल पर चले गए है।

- पॉस्को के तहत हुआ डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज
- डॉक्टर फरार, अस्पताल में काम बंद

 जिसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आठ वर्षीय बच्ची के बयान पर पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर डॉक्टर की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पीडि़ता की पहचान पूनम (बदला हुआ नाम) के रूप में हुई है। तो अपने परिवार के साथ नरेला सैक्टर-6 में रहती है। पूनम के पिता नरेला औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक फैक्ट्री में बतौर गार्ड काम करते हैं। वीरवार सुबह करीब 10.30 पर पूनम को पेट दर्द की शिकायत के बाद परिजन अस्पताल की ओपीडी में लेकर पहुंचे थे। जिसके बाद उन्होंने पीडियाट्रिक विभाग में बच्ची को डॉक्टर के पास इलाज के लिए भेजा। जहां जुनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने इलाज के दौरान बच्ची से छेडछाड की वारदात को अंजाम दिया। बच्ची ने घर पहुंचकर अपने परिजनों से आप-बीती बताई जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल पहुंच कर प्रशासन से शिकायत की। प्रशासन की ओर से ठोस कार्रवाई न होते देख परिजनों ने अस्तपताल में जमकर हंगामा किया और मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर पीडि़ता के बयान पर डॉक्टर के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

-- अस्पताल के जुनियर रेजिडेंट डॉक्टर के समर्थन में बाकि के डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची द्वारा लगाए गए सभी आरोप लगत है क्योंकि ओपीडी के दौरान अस्पताल में बहुत ज्यादा भीड़ होती है और बच्ची के चैकअप के दौरान वहां उसकी माँ, डॉक्टर व अन्य मरीज भी कमरें में थे। ऐसे में कोई भी व्यक्ति ऐसी वारदात को अंजाम नहीं दे सकता, अगर ऐसा था तो  परिजनों ने उसी समय विरोध क्यों नहीं किया और बाद मेें आकर हंगामा करना और डॉक्टर को जान से मारने की धमकी देना दोनों ही गलत है।
दिल्ली से रविन्द्र कुमार की रिपोर्ट
Copyright @ 2019.