(31/05/2015) 
जानिए कैसा रहेगा आप का आज का दिन
रविवार 31-०5-2०15 आपकी किस्मत के सितारे आज का पंचांग 31 मई, तिथि १३, वार रवि, नक्षत्र स्वा., योग वरी, चंद्रमा तुला राशि में प्रवेश

मेष: आज आप नियम-कानूनों और अपनी जिम्मेदारियों के प्रति बेहद समर्पित हो सकते हैं। आपका मन बहुत साफ भी रहेगा।

शुभ रंग: भूरा शुभ अंक: 1

 

वृष: सही योजना बनाएंगे और सही दिशा में आगे कदम बढ़ाएंगे। आज आप भविष्य के प्रति नई उम्मीदें रख  सकते हैं और नए आत्मविश्वास से भी भरे रहेंगे।

शुभ रंग: नीला शुभ अंक: 5

 

मिथुन: आज आपके मन में कुछ और योजना होगी, कोई और जिम्मेदारी होगी। ऐसी स्थिति होने के बावजूद आपको परिवार के काम में पूरा समय देना पड़ सकता है।

शुभ रंग: पीला शुभ अंक: 4

 

कर्क: आज आप अपने कुछ पुराने और अच्छे दोस्तों से संपर्क करने की कोशिश कर सकते हैं। उनके साथ अपने लक्ष्यों के बारे में बात करें।

शुभ रंग: नीला शुभ अंक: 1

 

सिंह: आपको जो सलाह और जानकारी मिलेगी, वह आपके लिए बहुत काम की साबित हो सकती है। आज आप उदार हो सकते हैं।

शुभ रंग: हरा शुभ अंक: 7

 

कन्या: आज आप दूसरों की मदद करेंगे। आज छोटी-मोटी बीमारियां आपको थोड़ी तकलीफ दे सकती हैं। आज आपको सामाजिक संस्थाओं से सम्मान मिल सकता है।

शुभ रंग: संतरी शुभ अंक: 9

 

तुला: आज आप कठोर भाषा का प्रयोग न करें। खुद पर नियंत्रण रखें। आज आपके खर्च ज्यादा हो सकते हैं। नए काम शुरू होने के योग बन रहे हैं।

शुभ रंग: नीला शुभ अंक: 7

 

वृश्चिक: आज इस राशि के अविवाहित लोग जो प्यार का इजहार करना चाहते हैं उनके लिए दिन अच्छा है। दिल की बात कह दें।

शुभ रंग: बैंगनी शुभ अंक: 6

 

धनु: आज आपका पूरा ध्यान निवेश, पैसे, उधार और बचत के मामलों पर हो सकता है। आप अपने खर्चों, आमदनी और अपनी देनदारियों पर नए सिरे से विचार करें।

शुभ रंग: आसमानी शुभ अंक: 5

 

मकर: सावधान रहें। कोई पुराना कागज या फाइल आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। आज छोटी-मोटी बीमारियां आपको परेशान भी कर सकती हैं।

शुभ रंग: चॉकलेटी शुभ अंक: 3

 

कुंभ: आप आज सामने आने वाली मामूली रुकावटों से हतोत्साहित न हों। विद्यार्थियों को पहले तो तनाव होगा, लेकिन उसके बाद में मिली सफलता उन्हें खुश कर सकती है।

शुभ रंग: सफेद शुभ अंक: 9

 

मीन: आज आपका पूरा ध्यान निवेश, पैसे, उधार और बचत के मामलों पर हो सकता है। आप अपने खर्चों, आमदनी और अपनी देनदारियों पर नए सिरे से विचार करें।

शुभ रंग: लाल शुभ अंक: 5

 

केले के पौधे की पूजा से पूरी होती हैं कई मनोकामनाएं

हम आपको एक ऐसे पौधे से परिचित करा रहे हैं, जिसे भारतीय संस्कृति में पूज्य माना गया है। यह पौधा है केले का। सनातन धर्म में केले का पौधा पूजनीय माना गया है। केले के फल, तना और पत्तों को हमारे पूजा विधान में अनेक तरह से उपयोग किया जाता है। यह शुभ और पवित्रता का प्रतीक है। केले के वृक्ष में देवगुरु बृहस्पति का वास होता है। शास्त्रों के अनुसार सात गुरुवार नियमित रूप से केले की पूजा करने से सब मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। कन्याओं को अच्छा वर प्राप्त होता है।

केले के वृक्ष और पत्तों का महत्व

कदली व्रत में इस पेड़ की पूजा होती है तो कथा-पूजन में केले के पत्ते सजाए जाते हैं। ऋषि पंचमी के दिन केले के पत्ते पर चंदन से सप्त ऋषियों के प्रतीक-चिह्न बनाकर उनकी पूजा की जाती है। श्री सत्यनारायण की कथा में भी केले के पत्तों का मंडप बनाया जाता है। दक्षिण भारत में केले के पत्ते पर भोजन परोसा जाता है।

पलाशपद्मनीचूतकदलीहेमराजते।

मधुपत्रेषु भोक्तव्यं ग्रासमेकं तु गोफलम्॥

अर्थात- पलाश (ढाक), पद्मिनी (कमल), आम और केले से बनी पत्तल, सोने और चांदी के बर्तनों में तथा महुए के पत्ते पर भोजन करना लाभप्रद है।

पूजन में केले का भोग

पुरी में भगवान जगन्नाथ एवं भगवान श्रीकृष्ण को केले के फूल से बनी शाक का भोग लगाया जाता है। चैतन्य महाप्रभु को भी यह भोग अत्यंत प्रिय था। केले की पवित्रता का अनुमान इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पुराने समय में इसके तने से निकाले गए पानी से ही उपवास के लिए पापड़ आदि पदार्थ बनाए जाते थे।

ऐसे करें केले का पूजन

- प्रात: मौन पालन कर स्नान करें और केले के वृक्ष को प्रणाम कर जल चढ़ाएं।

- हल्दी की गांठ, चने की दाल और गुड़ केल को समर्पित करें।

- सिंदूर, अक्षत, पुष्प आदि मंगल द्रव्य चढ़ाएं और परिक्रमा करें।

- घर के आंगन के वृक्ष को छोड़ दूरस्थ पेड़ की ही पूजा करना चाहिए।

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