(04/06/2015) 
मुख्यमंत्री द्वारा नई दिल्ली में मैकेनिकल रोड स्वीपर का उद्घाटन
केजरीवाल ने इस अवसर पर यह घोषणा की कि नई तकनीकों को अपनाने से कोई भी कर्मचारी बेरोजगार नहीं होगा । दिल्ली के मुख्य सचिव के.के.शर्मा ने बताया कि दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग ने आईआईटी-कानपुर को दिल्ली में प्रदूषण के विभिन्न कारणों पर अध्ययन करने की जिम्मेदारी दी है । उन्होंन नई दिल्ली क्षेत्र में मैकेनिकल रोड़ स्वीपर्स से सफाई होने को एक बड़ा कदम बताया और कहा कि इससे वातावरण में धूल की कमी आयेगी । दिल्ली के मुख्य सचिव ने यह भी आशा व्यक्त की कि पालिका परिषद् के इस प्रयास से देश के अन्य नगर निकाय भी प्रेरणा लेंगे ।

नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् के अध्यक्ष धर्मपाल ने बताया कि मैकेनिकल रोड स्वीपर्स से सफाई होना क्षेत्र के लिए पर्यावरण अनुकूल होने के साथ ही इससे स्वच्छ वायु तथा धूलरहित वातावरण मिलेगा । इससे धूल के कण अब हवा में नही उडेंगे तथा वायु मंे नही धुलेंगें जिससे पर्यावरण में धूल के कणों की कमी होगी । प्रदूषण रहित वातावरण स्वच्छ और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा ।
धर्मपाल ने यह भी बताया कि पालिका परिषद् क्षेत्र में ये मैकनिकल रोड स्वीपर्स दो श्रेणी में लगाये गये है । पालिका परिषद् क्षेत्र की मुख्य सड़कें और कालोनी सड़कें जिनकी लंबाई 10920 किलोमीटर है, इनके लिए चार बडी रोड स्वीपर्स मशीने लगाई है जबकि लेन और क्राॅस कालोनी सड़के जिनकी लंबाई 3900 किलोमीटर है, उन के लिए दो छोटी रोड स्वीपर्स मशीने लगाई गई है ।
इन मशीनों की कार्य-गति प्रतिघण्टा 5 से 10 किलोमीटर होगी, यंे सभी रात में भी कार्यरत रहेगी और प्रतिदिन लगभग 30 किलोमीटर क्षेत्र की सफाई कर सकेगी । आज लगाई गई छह मशीनों को मिलाकर कुल आठ मैकेनिकल स्विपर्स पूरे पालिका परिषद् क्षेत्र की सफाई करेंगे ।
इन मैकेनिकल सड़क सफाई वाहनों के द्वारा पालिका परिषद् क्षेत्र में सड़क सफाई का कार्य अब यांत्रिक सफाई प्रौद्योगिकी की सहायता से होने लगेगा । इनमें सड़क की धुलाई के लिए उन्नत एवं परिष्कृत यांत्रिक उपकरण लगे हैं । ये मैकेनिकल वाहन पर्यावरण अनुकूल है और ये सड़क के दोनों ओर की सफाई इस प्रकार कर सकते हैं कि जिससे धूल का फैलाव आस-पास के क्षेत्र को दूषित नही करेगा । इन वाहनों से सड़क, लेन और सड़क के दोनों किनारों की नालियों की सफाई भी सुगमता से की जा सकती है । इसमें लगे हुए बहुआयामी यंत्रों के द्वारा छोटे मलबे और धूल के कणों को यह मशीन अपने अंदर सोख सकती है और आस-पास की किसी भी अड़चन से रूके बगैर अपना काम सुचारू रूप से कर सकती है । इसकी सफाई करने का चैड़ाई क्षेत्र 2400 मिलीमीटर है, 6000-7000 लीटर की इसकी शोषण क्षमता है, इसके द्वारा धुलाई करने के लिए जल दबाव की क्षमता 130 बाॅर्स की है और इसकी जल संग्रहण क्षमता 1000 लीटर है । 
इस अवसर पर पालिका परिषद् के सचिव निखिल कुमार, विधायक एवं पालिका परिषद् सदस्य सुरेन्द्र सिंह एवं पालिका परिषद् के अन्य सदस्य बी.एस.भाटी और अब्दुल राशिद अंसारी भी उपस्थित थें ।
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