(05/06/2015) 
कमजोर मानसून से घबराने की जरूरत नहीं: अरुण जेटली
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इस वर्ष मानूसन के कमजोर रहने के अनुमान से नहीं घबराने की अपील करते हुए गुरूवार को कहा कि देश में अनाज का पर्याप्त भंडार होने की वजह से महंगाई नहीं बढ़ेगी। जेटली ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कमजोर मानसून के अनुमान से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि पिछले वर्ष मानूसन के इससे भी कमजारे रहने का अनुमान लगाया गया था।

उन्होंने कहा कि कम बारिश होने से अनाजों के उत्पादन पर असर नहीं पड़ेगा और सरकार के पास अनाजों का पर्याप्त भंडार है। मौसम विभाग के साथ बुधवार को गहण मंत्रणा कर चुके जेटली ने कहा कि दक्षिण, मध्य और पूर्वाेत्तर क्षेत्र में मानसून के सामान्य के आसपास रहने का अनुमान लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि बारिश कितनी होती है इससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि मानूसन के दौरान किस क्षेत्र में और कब बारिश होती है। मौमस विभाग ने इस वर्ष मानसून के दौरान बारिश दीर्घकालिन औसत की तुलना में 88 फीसदी होने का अनुमान लगाया है जिससे पिछले छह वर्षाे में पहली बार सूखे की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि 90 प्रतिशत संभावना है कि मानसून के दौरान 'अल नीनो' का असर दिखे।
मध्य जून तक आमतौर पर देश के आधे हिस्से में मानसून पहुंच जाता है और जुलाई मध्य तक यह पूरे देश में फैल जाता है जिससे किसानों को धान, सोयाबीन, गन्ना और कपास की खेती करने में मदद मिलती है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार, पांच जून को मॉनसून के केरल के तट पर पहुंचने का अनुमान है, जबकि पिछले महीने कहा गया था कि 30 मई तक यह केरल पहुंच जाएगा।
Copyright @ 2019.