एक बार फिर डाक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आया हे....गाँधी नगर में एक प्राइवेट अस्पताल रिषभ मेडिकल सेंटर में श्वेता नाम की महिला की डिलीवरी के समय आपरेशन के दौरान पेट में ही कपडा छोड़ दिया दिल्ली के निजी अस्पतालों में किये जाने वाले इलाज़ पर एक बार फिर सवालिया निशान लग गया है - - - - इलाज़ के नाम पर पैसे की बटोरने की हवस ने इन निजी अस्पतालों को इस कदर अँधा बना दिया है इन्हें अब लोग की जान की कोई परवाह ही नहीं है - - - - मध्य जिला दिल्ली के एक निजी अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है - - - जिसके चलते एक महिला की जान चली जाती यदि वक्त पर उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया जाता - -यह सारा वाक्या ...... गाँधी नगर के एक प्राइवेट अस्पताल में महिला की डिलीवरी के समय आपरेशन के दौरान कपडा पेट में ही छोड़ दिया था 13 सितम्बर तारीख को बच्चे की डिलीवरी के समय ये सब हुआ....परिवार वालो का आरोप हे की श्वेता के डिलीवरी के बाद से ही पेट में दर्द रहने लगा बार बार शिकायत करने के बाद भी डाक्टरों ने केवल दवाई बदल दी लेकिन श्वेता की दिन पर दिन हालत ख़राब होने लगी तब परिवार वाले उसको २४ तारीख को सेट स्टीफन अस्पताल में भर्ती कराया तो पता चला की आपरेशन के समय कपडा पेट में ही रह गया था जिसकी वजह से शवेता की हालत बिगडती गई, सेट, स्टीफन अस्पताल में तुरंत श्वेता का आपरेशन किया गया श्वेता की हालत में अभी सुधार नहीं आया है - - - - परिवार वालो का आरोप हे की रिषभ मेडिकल सेंटर में डाक्टरों की लापरवाही से ही ये सब हुआ हे जिसके खिलाफ परिवार वालो ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई हे - -इस मामले मै सेंटस्टीफन अस्पताल के प्रशाशन का कहना है की श्वेता की जांच के बाद तुरंत आपरेशन किया गया और आपरेशन के दौरान उसके पेट मै से एक गाज का पीस मिला -- - -अस्पताल प्रशासन के बलवीर सिंह (PRO सेंट स्टीफन हॉस्पिटल ) भी इसको डाक्टर की लापरवाही का मामला मान रहा है श्वेता की जान का खतरा अभी टला नहीं है - - - -अभी उसे ICU मै रखा गया है - - - परिवार के लोगो का यह भी कहना है की इस मामले की शिकायत अस्पताल प्रशासन ने पुलिस से की थी - - -मगर पुलिस का रवैया हमेशा की तरह सुस्त नज़र आया - - - - - पुलिस ने केवल खानापूर्ति के लिए शिकायत फौरितौर पर ली है मगर ऋषभ अस्पताल के दोषी डाक्टर्स के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है - - - -गौर करने की बात तो यह है पुलिस अभी भी इस मामले मै किस धारा मै इस मामले को दर्ज करना है इस उधेड़बुन मै लगी है और चार दिन बाद इस मामले की FIR करने की बात कह कर श्वेता के परिवार वालों को चलता कर दिया वही रमेश चाँद खंडेलवाल (श्वेता के ससुर ) का कहना की पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज तक नहीं किया है - - - - |