(20/02/2016) 
हरियाणा में फैली जाट आरक्षण की हिंसा,दिल्ली पहुँची आरक्षण की आग, गुडगाँव में प्रदर्शन
हरियाणा में जाट आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातर बढ़ते आंदोलन को देख रोहतक, झज्जर, भिवानी समेत कई इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है।

इन इलाकों में हिंसा कर रहे आंदोलनकारियों को हिंसा करते देख गोली मार देने का आदेश दे दिया गया है। वहीं छह जिलों में इंटरनेट सुविधा भी बंद कर दी गई है। इसके अलावा 9 जिलों में 13 आर्मी की टुकड़ियों को पुलिस जवानों के मदद के लिए लगाए गए हैं। इसके अलावा 23 सिक्योरिटी फोर्सेस की टीम को भी जगह-जगह तैनात किया जाएगा।

जींद, रोहतक, भिवानी, कैथल, मुंडका और दिल्ली यूनिवर्सिटी हर जगह आंदोलनकारियों का प्रदर्शन जारी है। आंदोलनकारियों ने दिल्ली-अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे जाम कर दिया है। जाट आंदोलन के चलते करीब 150 ट्रेनें रद्द हो गई हैं। कई प्रदर्शनकारियों ने कपड़ों की दुकानें जला दी है और गाड़ियों को फूंक दिया है। सफीदों में जाटों ने रेलवे स्टेशन जला दिया है अब तक हुई हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई है और 9 लोगों के घायल होने की खबर है।

हरियाणा के आग की लपट दिल्ली तक पहुंच गई है। सरकार ने जाट आंदोलन रोकने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जाट नेताओं से मुलाकात की है। इसके अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर अहम बैठक भी हुई है जिसमें वित्त मंत्री अरुण जेटली, मनोहर पर्रिकर और बीरेंद्र सिंह शामिल हुए। वहीं हरियाणा के बीजेपी नेताओं ने भी बीजेपी हेडक्वार्टर में बैठक की है।
विपक्ष ने हालात के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और सरकार से जवाब मांगा है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा ने पूरी घटना को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। वहीं जेडीयू नेता के सी त्यागी ने सरकार की आरक्षण नीति की आलोचना की और खट्टर सरकार को जिम्मेदार मानते हुए पद छोड़ने का कहा है।

प्रियंका भारद्वाज, समाचार वार्ता
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