(22/02/2016) 
मांगे मान लेने के बाद हरियाणा में हालात सामान्य की ओर
चंडीगढ/नई दिल्ली : जाट आंदोलन की आग में धधक रहे हरियाणा में अब स्थिति कुछ सामान्य सी होने लगी है। केंद्र सरकार द्वारा आरक्षण की मांग कर रहे जाटों की मांगों को मान लेने के बाद कई नेताओं ने इस आंदोलन को खत्म करने की अपील भी की है। इसके बाद स्थिति में सुधार होने लगा है। खबरों के अनुसार दिल्ली की सीमा से लगे लगभग सभी रास्तो को खुलवा लिया गया है जिसमें एनएच-1, एनएच-8 शामिल हैं। इसके साथ ही दिल्ली को जल आपूर्ति करने वाले मुनक नहर को सेना ने अपने कब्जे में लेकर पानी छोड़ा है। इसके बाद माना जा रहा है कि राजधानी में पानी की किल्लत में मंगलवार की सुबह तक सुधार हो सकता है।

गुडगांव के भी सभी मार्ग खोल दिए गए हैं। यहां पर पुलिस ने दोबारा कंट्रोल अपने हाथों में ले लिया है। लेकिन यहां पर अब भी कई जगहों पर आरएएफ की तैनाती को बरकरार रखा गया है।
इस बीच दिल्ली को पानी संकट से मंगलवार की सुबह तक राहत मिलने की उम्मीद है। तीन दिन बाद सेना ने त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) के साथ मिलकर सोमवार को मुनक नहर से जाट आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटा दिया।
इसके बाद नहर की मरम्मत का काम शुरू किया गया और फिर दिल्ली के लिए पानी छोड़ दिया गया। माना जा रहा है कि शाम तक नहीं तो मंगलवार की सुबह तक दिल्ली के लोगों को पानी संकट से काफी हद तक राहत मिल जाएगी। इस बीच जाट आंदोलन का असर कम हुआ है और कई रास्ते खोल दिए गए हैं।
मुनक नहर से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के साथ सेना का भी शुक्रिया अदा किया है।
इससे पहले सोमवार को सुबह केजरीवाल ने ट्वीट कर पानी के संकट से सबको अवगत कराया था और उन्होंने इसको लेकर केंद्र सरकार से भी गुहार लगाई थी।
वहीं जल संकट की जानकारी दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने दी। उन्होंने सुबह ट्वीट कर कहा कि मुनक नहर आज भी बंद है। मैंने अपने अधिकारियों से बात की है। जरूरत के मुताबिक, लोगों का पानी मुहैया कराने के लिए पानी के टैंकर तैयार हैं। इसके साथ उन्होंने यह जानकारी भी दी कि सुप्रीम कोर्ट में पानी किल्लत को लेकर दाखिल याचिका में वे मौजूद रहेंगे।
इससे पहले रविवार को भी इसका असर अधिक देखा गया। दिल्ली सरकार ने हरियाणा व केंद्र सरकार से मुनक नहर के पास सेना तैनात कर जल्द पानी आपूर्ति शुरू कराने की मांग की है। देर शाम तक हरियाणा से मुनक नहर में पानी नहीं छोड़ा जा सका था। ऐसे में सोमवार को स्थिति सामान्य होने की संभावना कम ही है।
सरकार ने सोमवार को स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से संभलकर पानी का इस्तेमाल व बचत करने की अपील की है।
19 फरवरी की शाम को आंदोलनकारियों ने मुनक नहर का गेट बंद कर दिया था। इस वजह से दिल्ली जल बोर्ड के नौ में से सात जल शोधन संयंत्र ठप हो गए हैं। इस कारण वीवीआईपी समेत दिल्ली के 60 फीसद से ज्यादा इलाकों में पानी आपूर्ति बंद हो गई है, क्योंकि संयंत्रों में बिल्कुल पानी नहीं बचा है।
रविवार सुबह 8.30 बजे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने निवास पर जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। इसके बाद बताया गया कि राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, अस्पतालों, रक्षा प्रतिष्ठानों व दिल्ली फायर ब्रिगेड को छोड़ अन्य मंत्रियों, विभागों आदि में पानी आपूर्ति प्रभावित रहेगी, क्योंकि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी), उत्तरी दिल्ली, उत्तरी पश्चिमी दिल्ली, मध्य दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली व दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली में पानी की आपूर्ति बंद हो गई है।
इन इलाकों में लोग पानी के लिए परेशान रहे:दक्षिणी दिल्ली के भी कालकाजी, गेट्रर कैलाश, नेहरू प्लेस आदि कई इलाकों में पानी की किल्लत रही। छुट्टी का दिन होने के बावजूद भी रविवार को जल बोर्ड के अधिकारी व कर्मचारी पूरे दिन व्यस्त रहे और पानी की किल्लत की शिकायत पर कई जगहों पर लोगों को टैंकर से पानी आपूर्ति की गई।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, दिल्ली में पानी का संकट हो गया है। पानी की बचत कर बराबर वितरण जरूरी है। इसलिए सभी लोगों के बीच पानी का बराबर वितरण किया जा रहा है। इसमें मैं भी शामिल हूं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बातचीत कर मुनक नहर के गेट के पास सेना तैनात करने की मांग की है। यदि मुनक नहर में हरियाणा से पानी जल्द छोड़ भी दिया जाता है तब भी संयंत्रों से आपूर्ति शुरू होने में 24 घंटे का समय लग जाएगा। 

प्रियंका भरद्वाज,
ब्यूरो रिपोर्ट
समाचार वार्ता
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