(29/03/2016) 
मलिन बस्तियों के मसीहा,हिमांशु पुण्डीर बने उतराखंड मे मिसाल
उतराखंड मे जहां राजनैतिक सरगर्मी जारी हैं वहीं एक शख्स अपनी चिरपरिचत रौ मे बहते हुए सामाजिक गतिविधियों को अपना धर्म मानते हुए दिन-रात गरीब और वंचितो के लिए अथक प्रयासो मे लगा हुआ है।

जी हाँ हम बात कर रहे हैं देहरादून के युवा एवम कर्मठ और देशभक्ति का जज्बा लिए समाज मे एक नई पहचान बना रहे युवा समाजसेवी हिमांशु पुण्डीर की।

हिमांशु पुण्डीर देशहित को सर्वोपरी मानकर समाज मे क्रांति लाने  की कोशिश मे अपना तन मन धन समर्पित करने वाले चुनिंदा नेताओ मे से एक है ! हिमांशु पुण्डीर उतराखंड कॉंग्रेस मे लेबर सेल के प्रदेश सचिव हैं वहीं राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग मे उतराखंड राज्य का प्रतिनिधित्व करते है।

हिमांशु पुण्डीर जहाँ प्रदेश कॉंग्रेस मे रहते हुए लोगों को पार्टी विचारधारा से जोड़ रहे हैं वहीँ उतराखंड कांग्रेस कमेटी मे मलिन बस्ती प्रभारी होने के नाते मलिन बस्तियों मे रहने वाले लोगों की पहली पसंद के रूप मे हिमांशु चर्चित हैं।
एक इंसान के रूप मे हिमाँशु एक शानदार व्यक्तित्व के साथ ही एक बडी सजिंदा सोच रखते हैं कि इंसानियत सबसे बडा धर्म है, राजनीति और समाज सेवा के बिना कहीं कामयाबी नहीं मिल सकती! समाज के हर पहलू मे इन्सानियत़ का होना बेहद ज़रूरी है ! वहीं देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने की वकालत करने वाले हिमांशु कहते हैं कि जो बच्चे भीख मांगते है मैं चाहता हुँ की उनकी पढाई का इंतजाम करूं और सही राह की तरफ उनको लेकर जाऊँ ! लोगों को जागरूक कर उन्हे उनका हक़ दिलवाने के साथ साथ उनके अधिकारों के लिए लड़ने का माद्दा हिमांशु पुण्डीर मे यदाकदा दिखता रहता है।
पुण्डीर का कहना है कि लोगो मे जागरूकता का होना बहुत जरुरी है। लोगो को उनके अधिकारो का पता हो तो उनकी लडाई आसान हो जाती है, उनको गलत और सही के बीच का अंतर पता चलता है। आज जहाँ राजनीति के समीकरण हर रोज बदल रहे है ! राजनैतिक परिवेश से जुड़े होने के बाद भी देशसेवा को ही अपना पहला धर्म समझने की बात कहने वाले पुण्डीर कहते हैं कि देश और इंसानियत से बड़ी कोई समाजसेवा नही होती और ना ही देश से बडा कोई शख्स हो सकता है।

सागर शर्मा 
नेशनल डेस्क 
समाचार वार्ता 
नई दिल्ली
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