(01/04/2016) 
कोलकाता फ्लाईओवर हादसा: हादसे को 'भगवान की मर्जी' बताने वाली कंपनी के पांच अधिकारी हिरासत में
कोलकाता में गुरुवार को गिरे एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर के मलबे को हटाने का काम अब भी जारी है, शुक्रवार की सुबह विशेष बचाव दलों ने कंक्रीट के मलबे और मुड़ी हुई इस्पात के ढेर से एक और शव निकाला है. हादसे में मरने वालों की तादात अब 24 हो गई है। जबकि 80 लोग घायल बताए जा रहे हैं. हादसे में करीब 150 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही थी. राहत और बचाव कार्य के लिए मौके पर एनडीआरएफ की 10 टीमें, सेना के जवान और तमाम एजेंसियां जुटी हुईं हैं।

फ्लाईओवर का निर्माण कर रही कंपनी के पांच अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। यह फ्लाईओवर वाहनों और फुटपाथ विक्रेताओं पर गिर गया था।
इस बीच, पुल बनाने वाली कंपनी IVRCL के अधिकारी का चौंकाने वाला बयान सामने आया है. कंपनी के अधिकारी से जब लापरवाही की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हम 27 साल से इस काम में हैं और ऐसा कभी नहीं हुआ. सब भगवान की मर्जी है।
दुर्घटनास्थल का दौरा करने वाले कोलकाता पुलिस के आयुक्त राजीव कुमार ने संवाददाताओं को बताया, 'हमने निर्माण कंपनी के कुछ अधिकारियों को हिरासत में ले लिया है। हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।' कोलकाता पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 304, 308 और 407 के तहत हैदराबाद स्थित निर्माण कंपनी आईवीआरसीएल के खिलाफ मामला दर्ज किया है और कंपनी के स्थानीय कार्यालय को सील कर दिया है।
Copyright @ 2019.