(08/04/2016) 
डॉ. रमन सिंह ने चीन के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले को सम्बोधित किया
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के 'मेक इन छत्तीसगढ़' मिशन को आज चीन के हेनान प्रांत की राजधानी झेंगझाउ (zhengzhou) में एक बड़ी महत्वपूर्ण कामयाबी मिली। डॉ. सिंह और उनके साथ गए छत्तीसगढ़ के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल की चीन यात्रा का आज तीसरा दिन था।

इस अवसर पर झेंगझाउ (zhengzhou) में चीन की प्रमुख कम्पनियों ने छत्तीसगढ़ में लगभग छह हजार 600 करोड़ रूपए (लगभग 945 मिलियन अमेरिकी डालर) के  पूंजी निवेश के लिए मुख्यमंत्री डॉ. सिंह की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ सरकार के अधिकारियों के साथ चार विभिन्न समझौता ज्ञापनों (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए। इन समझौता ज्ञापनों के अनुसार चीनी कम्पनियों द्वारा छत्तीसगढ़ में पूंजी निवेश सौर ऊर्जा उपकरणों के निर्माण, रेलवे और भवन निर्माण सामग्री पर आधारित उद्योगों के लिए किया जाएगा।
एम.ओ.यू. के तहत चीनी कम्पनी झोंगली टेलसन(zhongli talesun) सोलर कम्पनी लिमिटेड द्वारा केबल वायर निर्माण, रियल स्टेट और नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में लगभग 500 मिलियन अमेरिकी डालर का पूंजी निवेश किया जाएगा। झोंगली गु्रप के साथ एम.ओ.यू. से छत्तीसगढ़ में  सोलर सेल्स और सोलर पेनल्स जैसे सौर ऊर्जा उपकरणों के निर्माण के लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र के विकास का भी अवसर मिलेगा। वहीं मेसर्स चोंगक्विंग चांगझेंग हेवी इण्डस्ट्री कम्पनी लिमिटेड (M/s Chongqing Changzheng Heavy Industry Co. Ltd.) द्वारा 20 मिलियन अमेरिकी डालर का निवेश छत्तीसगढ़ में किया जाएगा। यह कम्पनी छत्तीसगढ़ में स्टेशन वैगन बनाने का उद्योग लगाएगी।
डॉ. रमन सिंह इस अवसर पर झेंगझाउ में आयोजित चीन (हेनान) के 10वें अंतर्राष्ट्रीय निवेश तथा व्यापार मेले और प्रदर्शनी में भी शामिल हुए, जहां उन्होंने मंच से चीन सहित 25 देशों के व्यापार प्रतिनिधि मंडलों को सम्बोधित किया। झेंगझाउ में होने वाला यह अंतर्राष्ट्रीय निवेश और व्यापार मेला चीन का एक महत्वपूर्ण आयोजन माना जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस मौके पर विदेशी प्रतिनिधि मंडलों को सम्बोधित करते हुए कहा - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को औद्योगिक और आर्थिक  दृष्टि से दुनिया का अग्रणी विकसित देश बनाने के लिए मेक इन इंडिया अभियान शुरू किया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए हमने अपने राज्य में मेक इन छत्तीसगढ' की अवधारणा पर पूंजी निवेश बढ़ाने की पहल शुरू कर दी है। छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहां औद्योगिक विकास के लिए पूंजी लगाना निवेशकों के लिए अत्यंत लाभदायक होगा। इसका लाभ भारत के नये राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ को मिलेगा, जहां हमारे युवाओं को उद्योगों में रोजगार के नये अवसर मिलेंगे। डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ राज्य में विकास की अपार संभावनाओं और क्षमताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने राज्य के समावेशी और निरंतर विकास की विभिन्न सफलताओं के बारे में भी देश-विदेश के उद्यमियों का जानकारी दी। उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, इंजीनियरिंग तथा सौर उपकरणों के निर्माण से संबंधित उद्योगों के लिए काफी अनुकूल वातावरण है।
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में आयोजित एम.ओ.यू. हस्ताक्षर कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव विवेक ढांड, आवास एवं पर्यावरण विभाग तथा मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह, कोलकाता स्थित चीन के महा वाणिज्य दूत (कांसुलेट जनरल) मां झानवु  (Mr. Ma Zhanwu), चीन स्थित भारत के उप राजदूत डॉ. बाला बी भास्कर भी उपस्थित थे। समझौता ज्ञापनों पर छत्तीसगढ़ की ओर से सचिव वाणिज्य एवं उद्योग सुबोध कुमार सिंह ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर नया रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रजत कुमार, छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (सीएसआईडीसी) के प्रबंध संचालक सुनील मिश्रा, उद्योग विभाग के संचालक कार्तिकेय गोयल, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की छत्तीसगढ़ राज्य शाखा के अध्यक्ष महेन्द्र अग्रवाल सहित सीआईआई के प्रतिनिधि सुनील अग्रवाल और रमेश अग्रवाल भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री और उनके साथ गए छत्तीसगढ़ के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल ने आज झेंगझाउ में सौर ऊर्जा उद्योग, भारी इंजीनियरिंग उद्योग तथा पर्यावरण हितैषी भवन निर्माण बनाने वाले उद्योगों के प्रतिनिधियों से विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया। पहला एम.ओ.यू. मेसर्स मी-टेक कम्पनी के साथ हुआ। यह कम्पनी छत्तीसगढ़ में पर्यावरण हितैषी भवन निर्माण सामग्री बनाने का उद्योग लगाएगी, जिसमें निम्न श्रेणी के फ्लाईएश का इस्तेमाल किया जाएगा। इस उद्योग में कम्पनी द्वारा 25 मिलियन अमेरिकी डालर का निवेश किया जाएगा।
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