(18/04/2016)
बड़ा खुलासा : हरियाणा में जाट आंदोलन के दौरान जाट पुलिसकर्मियों ने सरकार के साथ की थी "बगाावत"
फरवरी में हरियाणा में हुए जाट आंदोलन के दौरान हिंसा को लेकर गठित कमिटी की जांच के दौरान कई चौंकाने वाले बयान दर्ज किए गए हैं। कमिटी के अनुसार हिंसा के दौरान कई पुलिसकर्मियों ने विद्रोह कर दिया था और अपनी पोस्ट छोड़ दी थी। सूत्रों से पता चला है की कुछ जाट समुदाय के पुलिसकर्मियों ने अपने अधिकारियों के आदेश मानने से इनकार कर दिया था। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के मुताबिक प्रकाश सिंह पैनल की जांच में ये तथ्य सामने आया है कि हिंसा के दौरान कई जिलों में औसतन 60-70 पुलिसकर्मियों ने अपनी जिम्मेदारियों निभाने से इंकार कर दिया था। पुलिसकर्मियों के इस व्यवहार से हिंसक भीड़ को बढ़ावा मिला. जिसके बाद कई दुकानों और घरों को जला दिया गया, जांच पैनल में यूपी के रिटायर्ड डीजीपी प्रकाश सिंह, एडिशनल चीफ सेक्रेटरी विजय वर्धन और डीजीपी केपी सिंह शामिल हैं। पैनल ने इस तरह के पुलिसकर्मियों की लिस्ट बनाई है। इसमें उनके नाम, रैंक, बेल्ट नंबर, पोस्टिंग की जगह और पोस्ट से गायब रहने के दिनों की संख्या लिखी गई है। पैनल ने 26 फरवरी से जांच शुरू की थी, रिपोर्ट को बनाने में पैनल ने 3000 चश्मदीदों के बयान दर्ज किए हैं. गवाहों के बयान वीडियो और लिखित दोनों रूपों में दर्ज हैं। |
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