(21/04/2016) 
आसाराम को कलंक बताकर साधुओं ने किया आश्रम पर कब्ज़ा, गंगा जल से किया पवित्र
उज्जैन। नाबालिग से बलात्कार के आरोप में जोधपुर जेल में बंद आसाराम बापू के सिंहस्थ उज्जैन में लगे शिविर को निर्मोही अखाड़े ने उखाड़ फेंका। आसाराम बापू को कलंक बताते हुए निर्मोही अखाड़ा से जुड़े साधुओं ने धावा बोला दिया। गुस्साए साधु संतों ने मंगलनाथ रोड पर बने आसाराम के आश्रम में घुसकर तोड़फोड़ की। पोस्टर फाड़े और इसके बाद गंगा जल से आश्रम को पवित्र भी किया।

निर्मोही अखाडे के संत सुरेश दास जी महाराज ने बताया कि सिंहस्थ के लिये आशाराम आश्रम की जमीन जिला प्रशासन द्वारा कुछ दिन पहले अस्थाई तौर पर निर्मोही अखाडे को आवंटित की गई है. उन्होंने कहा कि आशाराम के समर्थक हमारे लिये आश्रम की भूमि नहीं छोड रहे थे, अब प्रशासन ने हमें यह जमीन यहां रुकने के लिये दी है, उन्होंने कहा कि हम आश्रम में गये और वहां से आशाराम के फोटो हटा दिया, आशाराम अपने किये के कारण संत कहलाने के लायक नहीं है और वह जेल में बंद हैं, उन्होंने कहा कि सिंहस्थ के दौरान हमने अपने रुकने के लिये उस स्थान को गंगाजल छिडककर पवित्र किया है।

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