(29/04/2016) 
अब देश के सभी मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए होगा सिर्फ एक ही कॉमन मेडिकल एन्ट्रेंस टेस्ट
अब देश के सभी प्राइवेट और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में MBBS, BDS और PG काेर्सेस में एडमिशन के लिए एक ही कॉमन टेस्ट होगा। सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को कहा कि मेडिकल के अंतर-स्नातक (अंडर ग्रेजुएट) पाठ्यक्रमों में दाखिला चाहने वाले छात्रों को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) में शामिल होना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने AIPMT (ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट) का नाम बदलकर NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट) कर दिया है।

न्यायालय ने तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश द्वारा एनईईटी से छूट के लिए दायर याचिका को ठुकरा दिया। न्यायमूर्ति अनिल आर. दवे, शिव कीर्ति सिंह और ए. के. गोयल की पीठ ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा (सीबीएसई) दो चरणों में एनईईटी परीक्षा का आयोजन करने की स्वीकृति दे दी। एनईईटी की पहली परीक्षा एक मई को और दूसरी 24 जुलाई को होगी। परीक्षा का परिणाम 17 अगस्त को घोषित होगा। उसके बाद काउंसिलिंग और दाखिला होगा। एक अनुमान के मुताबिक 1 मई को होने वाले NEET टेस्ट में 6 लाख स्टूडेंट्स शामिल होंगे।
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