(05/09/2016) 
बालिका शिक्षा से होगा देश और समाज का उत्थान- परमहंस दाती महाराज
पाली। देश की बेटियों की शिक्षा-दीक्षा में कोई कमी न रहे,उनका मनाबल सदा ऊंचा बना रहे, बेटियां शिक्षित और संस्कारवान बनकर घर, परिवार और देश का मान बढ़ाएं, इसी उद्देश्य से सोमवार को पाली जिले के गांव आलावास स्थित गुरुकुल आश्वासन बाल ग्राम में भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

परमहंस दाती महाराज के सानिध्य में शिक्षक दिवस पर आयोजित समारोह के दौरान दाती सूर्य ज्योति योजना का शुभारंभ किया गया। श्री शनिधाम ट्रस्ट के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ-देश बचाओ अभियान के तहत आयोजित समारोह के दौरान पाली जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों से आईं 2000 से अधिक 10वीं से 12वीं कक्षा की छात्राओं को सोलर लैंप और पंखे दिए गए। श्री शनिधाम ट्रस्ट की दाती सूर्य ज्योति योजना का उद्देश्य ही ग्रामीण इलाकों की गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली बेटियों को सोलर लैंप और पंखा मुहैया कराना है, ताकि बिजली न होने की स्थिति में भी ये बालिकाएं पढ़ाई-लिखाई कर सकें। बिजली न होने के कारण इनकी पढ़ाई-लिखाई में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।

समारोह के मुख्य अतिथि जोधपुर राजदरबार के पूर्व महाराजा श्री गजसिंह और विशिष्ट अतिथि केंद्रीय वित्त एवं कंपनी मामलों के राज्यमंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय उपभोक्ता, खाद्य एवं जनवितरण प्रणाली राज्यमंत्री श्री सीआर चौधरी, जयपुर से सांसद श्री रामचरण बोहरा, राजस्थान के कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी, पाली विधायक श्री ज्ञानचंद पारख, सोजत से विधायक श्रीमती संजना आगरी, मेवाड़ जंक्शन विधायक केसाराम चौधरी और पाली नगर परिषद के सभापति श्री महेंद्र बोहरा ने बालिकाओं को सोलर लैंप और पंखा देकर सम्मानित किया।

इस पावन अवसर पर परमहंस दाती महाराज ने सभी अतिथियों का अभिनंदन किया और समारोह में आने के लिए ह्रदय के अंतःकरण से धन्यावाद दिया। दाती महाराज ने कहा कि आप सभी के सहयोग से ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ-देश बचाओ अभियान इस मुकाम तक पहुंचा है। उन्होंने समारोह में पधारे लोगों से और देशवासियों से आगे भी इसी प्रकार से कन्या भ्रूण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण अभियान में सहयोग करते रहते रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा हो या स्वास्थ्य, अन्न हो या जल या फिर हो कन्या भ्रूण या पर्यावरण संरक्षण, हमें इन सभी में आपके सहयोग की आवश्यक्ता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा वह आभूषण है,जिसे ग्रहण करने से मनुष्य का भविष्य गुणवान और संस्कारी बन जाता है। शिक्षा के द्वारा ही मनुष्य विनम्रता, उदारता और सहनशीलता जैसे महान गुणों को सीखता है। अतः बालक हो या बालिका सभी को शिक्षा ग्रहण करना चाहिए। इस मौके पर दाती महाराज ने पाली जिले में एक गौ-अभ्यारण्य स्थापित करने का ऐलान भी किया।

कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि और सभी विशिश्ट अतिथियों ने भी एक स्वर में दाती महाराज द्वारा बेटियों, बहनों और माताओं के सम्मान और उत्थान हेतु किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। मुख्य अतिथि महाराजा गजसिंह ने कहा कि दातीश्री का उद्देश्य बेटियों को शिक्षित कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ना और सम्मानित जीवन प्रदान करना है। महाराजश्री बालिकाओं को शिक्षित बनाने के लिए लंबे समय से प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि रियो आलंपिक में दो मेडल जीतकर बेटियों ने ही देश का मान रखा और हमे उम्मीद करनी चाहिए कि ये बेटियां भी आगे चलकर देश के लिए मेडल जीतेंगी। उन्होंने कहा कि दाती महाराज द्वारा प्रदान किए गए सोलर लैंप और पंखों से बेटियों को पढ़ाई-लिखाई में सहूलियत होगी। श्री गजसिंह ने कहा कि उनका परिवार भी वर्षों से शिक्षा को बढ़ाओ दे रहा है और दाती महाराज के इस महाअभियान में भी वे पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने समाज से हर वर्ग और समुदाय को लोगों को साथ लेकर चलने के लिए भी परमहंस दाती महाराज की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

केंद्रीय मंत्री श्री सीआर चौधरी ने कहा कि दाती महाराज का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ-देश बचाओ अभियान आलावास की इसी पावन धरती से प्रारंभ होकर आज प्रदेश और देश भर में पहुंचा है। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे हों या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्होंने दती महाराज के इसी अभियान को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा का सकारात्मक प्रभाव ही है कि आज महिलाएं पुरूषों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं। इसीलिए हम सभी को मिलकर दाती महाराज का सहयोग करना होगा और देश की बालिकाओं को शिक्षा प्राप्त कर खुद और परिवार का नाम रोशन करना होगा।

केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि वर्तमान समय शिक्षा का समय है। अंतरिक्ष यात्री सुनिता विलियम्स का उद्हरण देते हुए उन्होंने कहा कि दाती महाराज आज समाज में खड़ी जाति-धर्म, ऊंच-नीच और अमीरी-गरीबी की दीवार को तोड़ने का काम कर रहे हैं। दाती महाराज सभी को समान अवसर प्रदान कर रहे हैं और यही कारण है कि बालिका शिक्षा से आज देश प्रगति की ओर बढ़ रहा है। बाल विवाह, दहेज प्रथा, महिला उत्पीड़न जैसी घटनाओं में कमी और जागरूकता आयी है। महिलाओं को समाज के अभिन्न अंग के रूप में पूरे विश्व में स्वीकार किया जाने लगा है। उन्होंने बेटियों को बचाने और बेटियों को पढ़ाने पर बल देते हुए कहा कि एक बेटी पढ़ेगी तो पूरा घर पढ़ेगा, पूरा परिवार पढ़ेगा, पूरा समाज पढ़ेगा।

राजस्थान के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि दाती महाराज ने न केवल देश को विजन दिया, बल्कि वे बालिकाओं को शिक्षित बनाने की दिशा में तन, मन और धन से कार्य कर रहे हैं। यह दाती महाराज के प्रयासों का ही नतीजा है कि आज महिलाओं को पुरूषों के समकक्ष माना जा रहा है। दाती सूर्य ज्योति योजना का शुभारम्भ करने लिए उन्होंने दाती महाराज को धन्यवाद भी दिया और कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि आगे ये योजना पूरे देश में लागू होगी। उन्होंने कहा कि दाती महाराज एक गुरु के रूप में भी देश और समाज का मार्गदर्शन कर रहे हैं, इसके लिए मैं उन्हें प्रणाम करता हूं। बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने की नसीहत देते हुए श्री सैनी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बालिकाओं का शिक्षा के प्रति रूझान बढ़ेगा और बेटियां समस्त संसार में अपना नाम रोशन करेगी।

कलेक्टर कुमारपाल गौतम ने कहा कि पाली जिला कलेक्टर होने के नाते मुझे परमहंस दाती महाराज के सानिध्य में काम करने का जो सुअवसर प्राप्त हुआ है, वह मेरे लिए गौरव की बात है। महाराजश्री की प्रेरणा से श्री शनिधाम ट्रस्ट राजस्थान सरकार और पाली जिला प्रशासन के सहयोग से जनकल्याण की दर्जनों योजनाएं चला रहा है। दाती महाराज राज्य सरकार के 'मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान'को तन, मन और धन से सहयोग कर रहे हैं। कुमारपाल गौतम ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा संचालित शिक्षा से संबंधित योजनाएं अपने आप में मिसाल हैं। कन्या भ्रूण संरक्षण, अन्न, जल एवं पर्यावरण संरक्षण तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ- देश बचाओ अभियान प्रेरणादायी और सराहनीय है। इन अद्भुत और अनुकरणीय अभियानों के कारण ही लोगोंकी मानसिकता बदल रही है। लोग बेटियों का महत्व समझने लगे हैं।

इससे पूर्व दीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात दाती महाराज ने समारोह में पधारे प्रमुख और सभी विशिष्ट अतिथियों, मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और गणमान्यों का पुष्पहार, पगड़ी और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। पूर्व विधायक श्री सीडी देवल, पाली जिला कांग्रेस अध्यक्ष चुन्नीलाल राजपुरोहित,  नगर परिषद के चेयरमैन मांगी लाल चौहान, जब्बर सिंह राजपुरोहित, पूर्व जिला प्रमुख खुशबीर सिंह जोजावर, ब्राह्मण महासभा की प्रदेश अध्यक्ष सरस्वती जी, श्री चक्रवर्ती सिंह जोजावर, मारवाड़ जंक्शन प्रधान सुमेर सिंह कुंपावत, सोजत की पूर्व प्रधान एकता जैन, सबरार के सरपंच कैलाश मालवीय, समाजसेवी वीरेंद्र पुनिया, पुष्पेंद्र सिंह भाटी, श्री नरेश ओझा, पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, पाली के सीएमएचओ समेत शिक्षा, स्वास्थ्य और जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों, जिले भर से आए गणमान्यों एवं जनप्रतिनिधियों तथा माँ श्रद्धा, राकेश गुप्ता, मोती लाल मेवाड़ा और श्री शनिधाम ट्रस्ट परिवार के सभी सदस्यों का दाती महाराज ने स्वागत और अभिनंदन किया।

गौरतलब है कि दाती महाराज की प्रेरणा से श्री शनिधाम ट्रस्ट समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर छात्र-छात्राओं को सम्मानित करता रहता है। दातीश्री की प्रेरणा से ही आलावास में इसगुरुकुल की स्थापना की गई है। दातीश्री आज एक पिता के रूप मेंसैकड़ों बच्चों का भविष्य संवार रहे हैं। इस गुरुकुल में इस वक्त  950से ज्यादा बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं,जिनमें बालिकाओं की संख्यालगभग 800 सौ से अधिक है। ट्रस्ट द्वारा अबतक 2000 से अधिक होनहार छात्र-छात्राओं को छात्रवृति प्रदान की जा चुकी है। ट्रस्ट द्वारा10वीं और 12वीं कक्षा में 80 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वाली5000 बालिकाओं को लैपटॉप प्रदान किए जा चुके हैं। ट्रस्ट द्वाराहोनहार बालिकाओं को जोधपुर से दिल्ली की हवाई यात्रा, दिल्ली मेंभ्रमण और फिर दिल्ली से जोधपुर तक की हवाई यात्रा करवाई जातीहै। ट्रस्ट 61 से अधिक बालिकाओं को हवाई यात्रा करवा चुका है। इस वर्ष भी दाती श्री की प्रेरणा से 150 छात्राओं को उच्च और तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने कि लिए दिल्ली, मुंबई, बंगलुरु और हैदराबाद जैसे महानगरों में भेजा गया है।

 

 

बालग्राम की बालिकाओं का प्रदर्शन

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समारोह के दौरान गुरुकुल आश्वासन बाल ग्रम की बेटियों ने रंगारंग प्रस्तुति भी दी। गुरुकुल की बेटियों की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। उनकी प्रस्तुति को देखकर लोग दांतों तले ऊंगली दबाने पर मजबूर हो गए। वन्दे मातरम, मोहे रंग दे तू बसंती और सारे जहां से अच्छा...हिन्दोस्तां हमारा जैसे गीतों पर गुरुकुल की बेटियों द्वारा प्रस्तुत की गई नृत्य नाटिका तो मानो अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गुरुकुल आश्वासन बालग्राम के बच्चों ने गीत, संगीत, नृत्य,मल्खम और योग भी पेश किया। गीत, संगीत, और नृत्य ने जहां दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर किया, वहीं मलखम पर बच्चों के करतब ने दर्शकों का दिल जीत लिया। बाल ग्राम के बालक-बालिकाओं ने रोप और पोल मल्खम में लाजवाब प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि हों, विशिष्ट अतिथि हों या फिर हों प्रशासनिक अधिकारी, सभी बाल ग्राम के बच्चों के मुरीद हो गए। मल्खम टीम के प्रशिक्षक योगेश मालवीय ने बताया कि परमहंस दाती महाराज की प्रेरणा से ये बच्चे मेहनत कर रहे हैं और इस खेल में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने दाती महाराज से इस खेल को विश्व पटल पर मान दलवाने का आग्रह भी किया। कार्यक्रम में मौजूद सभी अतिथियों और दर्शकों ने भी बच्चों की काबलियत को सराहा और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। बाल ग्राम के बच्चों ने योग भी किया। योग के माध्यम से बच्चों ने अतिथियों का मन मोह लिया। दरअसल, योग प्रकृति से जुड़ी हुई वो सुंदरतम विधा है, जिससे मानव का तन और मन दोनों स्वस्थ रह सकता है। अत: योग एक जीवन जीने की कला है। योग जीवन जीने की विधा है। योग वह परिकल्प है, जिससे हम अपने अस्तित्व,अपनी चेतना से पूरी गहराई के साथ जुड़ते हैं।

 
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