(23/09/2013) 
राव इंद्रजीत ने कांग्रेस को कहा अलविदा
गुड़गांव के सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है....शहीदी दिवस के मौके पर रेवाड़ी में आयोजित एक रैली के दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि... वो कांग्रेस के टिकट पर अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे...राव इंद्रजीत सिंह के इस्तीफे के बाद दक्षिण हरियाणा में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती है

शहीद राव तुलाराम के वंशज राव इंद्रजीत सिंह ने रेवाड़ी की रैली के जरिए हरियाणा की सियासत में बदलाव का बिगूल फूंक दिया....वैसे तो उनकी ये रैली शहीद राव तुलाराम को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित थी...लेकिन असली वजह अपने विरोधियों को ये संदेश देना था...कि अहीरवाल की धरती सूबे की सियासत में एक नया समीकरण गढ़ने को तैयार है....यानी सबकुछ वैसे ही हुआ...जैसा कि पहले से ही तय था...रैली के दौरान ही राव इंद्रजीत ने ऐलान कर दिया कि कांग्रेस पार्टी से उनकी गलबहियां अब पूरी तरह छूट चुकी है, इलाकाई सियासत में दमखम रखने वाले राव इंद्रजीत सिंह हरियाणा की हुड्डा सरकार से कई बार उलझ चुके हैं...उन्होंने हुड्डा सरकार पर दक्षिणी हरियाणा के साथ भेदभाव का आरोप लगाया... कई मौके पर उन्होंने कांग्रेस को एक ऐसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बताया...जहां कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं होती....गुड़गांव में सोनिया गांधी के दामाद राबर्ड वाड्रा जमीन सौदे मामले में भी उन्होंने अपनी आंखे तरेरी...और बाद में उन्होंने अपनी बेटी के जरिए इंसाफ मंच का गठन करवाकर संकेत दे दिया...कि कांग्रेस से उनका तलाक तय है, बहरहाल, राव इंद्रजीत के इस्तीफे से ये साफ हो गया है कि आगामी चुनावों में कांग्रेस के लिए दक्षिणी हरियाणा का चुनावी डगर अब उतना आसान नहीं रहा...मुख्यमंत्री हुड्डा के सामने अब एक ऐसे चेहरे को तलाश करने की चुनौती है...जिसका करिश्मा राव इंद्रजीत सिंह के सियासी प्रभाव को तोड़ सके

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