(08/11/2013)
माओवाद पर राजनीति कर रही है कांग्रेस,- अरूण जेटली
रायपुर 08 नवंबर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्य सभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने शुक्रवार को वृन्दावन होटल सिविल लाइन में छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक विकास परिषद के कार्यक्रम में 'आज के राजनीतिक परिदृश्य में प्रबुद्घजनों की भूमिका विषय पर बोलते हुए कहा कि आज देश में निराशा और हताशा का माहौल है। साथ ही जनता के बीच आक्रोश पनप रहा है। इसके पीछे मूल कारण है देश में बढ़ती हुई जनसंख्या है। साथ ही यह भी कहा है कि आज सार्वजनिक जीवन में कोई संतुष्ट नहीं हैं। श्री जेटली ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि देश में
राजनीतिज्ञ अधिकारवाद चलाते हैं और सारी शक्ति उनके पास होती है। राजनेता,
पद मिल जाने के बाद अपनी जिम्मेदारियों को भूल जाते हैं लेकिन आपके पास तो
सबसे बड़ा अधिकार है और उसके प्रयोग से आप देश की सरकार तक को बदल सकते
हैं। लोकतंत्र में बड़ी शक्ति है। राजनेताओं की आलोचना तो होती ही रहती है।
राजनीतिज्ञ के पास जिम्मेदारियां उनके अनुकूल होना जरूरी है। राजनीति में
अवसर मिलता अवश्य है और हम लोगों को परखते हैं। साथ ही हम अपने अधिकार का
प्रयोग कर उन्हें हटाते भी हैं।
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था भी समाज को
प्रभावित करती है। शासक का प्रयास होता है कि वह निरंतर आर्थिक स्थिति को
सुदृढ़ करने का प्रयास करते रहें। देश में इकोनॉमि ग्रोथ को बढ़ाने हर संभव
पहल की जाए। साथ ही देश में विकास दर में निरंतर वृद्घि होती रहे। देश में
विकास दर बढ़ाने में सबसे बड़ी भूमिका कृषि सेक्टर का है जिससे 16 प्रतिशत
आमदनी होती है जिसे 60 प्रतिशत लोगों के बीच बांटा जाता है। देश में कृषि
सेक्टर से रोजगार के कई अवसर सृजित होते हैं। दुर्भाग्य है कि हमारे देश
में कृषकों की हालत सबसे दयनीय है जबकि उनकी मेहनत से पैदावार निरंतर बढ़
रही है। समाज के अन्य क्षेत्रों में कुछ लोग इंडस्ट्रीज सेक्टर में तो कुछ
लोग सर्विस सेक्टर में जाते हैं। इंडस्ट्रीज सेक्टर की बात करें तो आज सबसे
बड़ी चुनौती सस्ता और अच्छा प्रोडक्ट बनाने की है। भारत को यह कला सीखनी
होगी ताकि वह चीन जैसे देश के औद्योगिक क्षेत्र की चुनौतियों का सामना कर
सकें। हमें अत्याधुनिक तकनीकी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करना होगा।
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार देश में एफडीआई लाने को
है जिसका हमने पूरजोर विरोध किया क्योंकि देश में जो हालात हैं उससे
उद्योगजगत पर विदेशी हावी होंगे। उनका प्रोडक्ट बिकेगा और भारतीय उद्योग
जगत उनका मुकाबला नहीं कर पाएगा। उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक सुधार के
और भी कई रास्ते हैं। आज देश की आर्थिक नीति को पैरालिसिस हो गया है। विकास
दर निरंतर घटती जा रही है जबकि केंद्र में जब अटल जी की सरकार थी तो विकास
दर 8.4 प्रतिशत पर स्थिर हो गया था। आज देश की विकास दर 2 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि आर्थिक नीति के दो अहम् पहलू है कि पहले निवेश हो ताकि
रोजगार के अवसर बढ़े। इससे अच्छा विकास और रोजगार की योजनाएं बनती है।
प्रदेश की भाजपा सरकार लोगों को सायकल-मशीन और स्कूलों में यूनीफार्म बांट
रही है तो यहां सायकल, मशीन और यूनीफार्म बनाने का उद्योग लगाया जा सकता
है। इससे रोजगार के रास्ते खुल जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली
का रिकार्ड उत्पादन हो रहा है और किसानों को पर्याप्त मात्रा में बिजली
मिलने से किसानों का पैदावार भी बढ़ता जा रहा है। जनसेवा और विकास का लाभ
आम लोगों को मिल रहा है।
कांग्रेस का नाम लिए बिना ही श्री जेटली ने कहा कि
माओवादी से सांठगांठ कर राजनीतिक दल वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। साथ
ही उनसे हाथ मिलाने से भी वे कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं। मैं गर्व के साथ
कह सकता हूं कि मैं उस पार्टी से हूं जहां आंतकवाद, माओवाद के खात्मा करने
की दृढ़ इच्छा शक्ति है। लोकतंत्र में आंतक का कोई स्थान नहीं है। भाजपा
आतंकवादियों और माओवादियों से कोई समझौता नहीं करने वाली इनका सफाया जरूरी
है। प्रदेश के मुखिया ने स्पष्ट माओवादियों के सफाये के लिये हर बार केंद्र
पर दबाव बनाते हुए हर संभव कदम उठाने की बात कही है।
प्रदेश के विकास दर की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि
नवोदित राज्य छत्तीसगढ़ ने विकास दर को लगातार 9-10 प्रतिशत पर स्थिर रखा
है जो प्रशंसनीय है। पिछले दस सालों में जिस तरह से छत्तीसगढ़ ने शिक्षा,
स्वास्थ्य, सड़क, पानी, बिजली के साथ ही हर बुनियादी जरूरतों को पूरा करते
हुए विकास के जो कीर्तिमान बढ़ाया है वह उल्लेखनीय है। छत्तीसगढ़ को भय और
भूख से मुक्ति मिल गई है। अगर प्रदेश की विकास दर आगामी पांच साल भी 9-10
प्रतिशत रही तो प्रदेश देश के गुजरात से भी आगे निकल जाएगा। प्रदेश के
पीडीएस सिस्टम ने पूरे देश में ही नहीं विदेशों में भी अपनी अलग पहचान बनाई
है। पीडीएस सिस्टम ने देश को रास्ता दिखाया हैै। छत्तीसगढ़ ने सबसे पहले
खाद्य सुरक्षा कानून बना कर उसके साथ पोषण को जोड़ा है। अब प्रदेश में कोई
भूखा नहीं रहेगा।
श्री जेटली ने कहा कि केंद्र में जब एनडीए की सरकार थी
तो हमने देश की सुरक्षा को सर्वोपरि माना। दुर्भाग्य की बात है कि देश की
विदेश नीति में कई खामियां है जिसके कारण चीन हमारे के अरूणाचल तक में घुस
जाता है। मालदीप जैसा छोटा देश जिसकी आबादी 3-4 लाख है,हमें आंखे दिखाता
है। केंद्र की यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार की चर्चा करते हुए श्री जेटली ने
कहा कि बोफोर्स घोटाला 64 हजार करोड़ का था इसके बाद तो घोटालों और
भ्रष्टाचार ने चरम को पार कर दिया। देश का सबसे बड़ा घोटाला 1.86 लाख करोड़
का कोयला घोटाला,1.76करोड़ का 2 जी स्पैक्ट्रम घोटाले, 70 हजार करोड़ का
सिंचाई घोटाले आदि ने देश को शर्मसार कर दिया है।
उन्होंने देश में जेनरिक दवाइयों के उपयोग पर आ रही
परेशानी पर कहा कि रिसर्च कर दवा तैयार करने वाले 20 साल तक उसे अपने पास
ही रखते हैं उसके बाद समाज को देते हैं। यही सबसे बड़ी कठिनाई है जरूरत है
कि रिसर्च और हेल्थ को बैलेंस करने की। इसके लिये जरूरी है कि अपनी सोच और
विस्तृत करें और समाज के हित में कार्य करने पहल करें।
उन्होंने कहा कि देश के प्रबुद्घजनों की देश की
राजनीतिक परिस्थितियों में महती भूमिका है। सार्वजनिक जीवन के प्रति अपनी
जिम्मेदारियों को समझें। इस बार अपनी सक्रियता का परिचय दें और ऐसे व्यक्ति
को मत देकर ऐसी सरकार बनाएं जो प्रदेश के साथ ही देश को तरक्की और खुशहाली
की ओर ले जाए। आपके पास जो अधिकार है उसका हर हाल में इस्तेमाल करें।
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