(14/02/2017) 
आशा किरण होम में मृतकों के लिए न्याय की मांग
आशा किरण होम में मृतकों के लिए न्याय की मांग को लेकर दिल्ली भाजपा ने राजपथ पर किया मार्च आशा किरण होम में 11 मंदबुद्धि मरीजों की मृत्यु की दोषी केजरीवाल सरकार को अपने दो वर्ष का जश्न मनाने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि यह वे लोग हैं जिन्हें सरकार की सहायता की सबसे ज्यादा जरूरत थी-मनोज तिवारी आशा ज्योति होम एवं गत वर्ष चिकनगुनिया एवं डेंगू से मृत्यु के मामलों में भी केजरीवाल सरकार जवाबदेह है

नई दिल्ली, 14 फरवरी।  गत माह दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण आशा किरण होम में 11 भर्ती मरीजों की मृत्यु के विरोध एवं उनके लिए न्याय मांगने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं दिल्ली भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष  मनोज तिवारी के नेतृत्व में आज राजपथ पर मार्च किया। मार्च में सम्मिलित होने वालों में प्रमुख थे श्री पवन शर्मा कुलजीत सिंह चहल, रविन्द्र गुप्ता, राजेश भाटिया जय प्रकाश, श्रीमती शिखा राय, श्रीमती कमलजीत सहरावत, श्रीमती पूनम पराशर झा, श्रीमती गुंजन नरूला,  गजेन्द्र यादव,  प्रवीण शंकर कपूर,  नवीन कुमार, हरीश खुराना, श्रीमती योगिता सिंह, डॉ. शोभा विजेन्द्र, श्रीमती श्याम बाला, श्रीमती संध्या वर्मा, श्रीमती पूर्णिमा विद्यार्थी, श्रीमती ममता नागपाल, श्रीमती भूमि रछौया, श्रीमती सिम्मी जैन। मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं एवं उपस्थित पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये  मनोज तिवारी ने कहा कि देश की राजधानी जहां स्थानीय सरकार विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवायें देने की बात करती हो इतने मंदबुद्धि मरीजों की कुपोषण, विषाक्त भोजन एवं इलाज की कमी के कारण मरना सरकार के लिए शर्मिंदगी का विषय है।  शर्मिंदगी इसलिए और भी ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि जिस दौरान इस सरकारी होम में मरीज मर रहे थे तब मुख्यमंत्री एवं उनके साथी अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार कर दिल्ली में उच्च स्वास्थ्य सेवाओं के दावे कर रहे थे। तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार की इस मामले में लापरवाही सितम्बर एवं अक्टूबर, 2016 में चिकनगुनिया एवं डेंगू के प्रकोप के दौरान देखी गई लापरवाही की पुनरावृत्ति है।  उस समय भी दिल्ली के सभी मंत्री राजनीतिक यात्राओं में मस्त थे और दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा सख्ती के बाद काम पर आये थे। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि मानो आशा किरण का मामला काफी नहीं था कि अब दिल्ली सरकार के महिलाओं के लिए चलाये जा रहे आशा ज्योति होम में अव्यवस्था की शिकायतें भी सामने आ रही हैं।  समाचारों से जानकारी मिली है कि इस होम में भर्ती मानसिक रूप से बीमार महिलाओं को अक्सर बिना कपड़ों के घूमते देखा जाता है। तिवारी ने कहा है कि आशा किरण होम में 11 मंदबुद्धि मरीजों की मृत्यु की दोषी केजरीवाल सरकार को अपने दो वर्ष का जश्न मनाने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि यह वे लोग हैं जिन्हें सरकार की सहायता की सबसे ज्यादा जरूरत थी।  भाजपा मांग करती है कि केजरीवाल सरकार अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करे और दोषियों पर कार्रवाई करे।
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