(05/04/2017) 
भाजपा ने कहा केजरीवाल जवाब दें
भाजपा ने कहा केजरीवाल जवाब दें कि निजी मुकदमे की फीस सरकारी धन से देना, 97 करोड़ रूपये का निजी विकास पर इस्तेमाल और लैंडपूलिंग की फाइल को दो वर्ष तक दबाना किस शुचिता की राजनीति का प्रतीक

ई.वी.एम. मंे खराबी, बिजली पानी के विभाग उनकी सरकार से छीनकर दाम बढ़ाये जाने के भय दर्शाने के अलावा सम्पत्तिकर में छूट देने जैसे अरविन्द केजरीवाल के भ्रामक बयान उनके हार के भय के प्रतीक हैं तो आज निगम चुनावों को टालने का केजरीवाल का बयान उनकी हताशा को प्रमाणित करता है-मनोज तिवारी जनता को लगता है कि लैण्ड पूलिंग की फाइल मंत्री सतेन्द्र जैन को लाभ पहुंचाने के लिये दबाई गई है
नई दिल्ली, 4 अप्रैल।  दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने आज एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को अपनी सरकार के भ्रष्टाचार एवं विकास निष्क्रियता के चलते नगर निगम चुनावों में अपनी पार्टी की हार का पूर्व आभास हो गया है, इसीलिए वो दिल्ली की जनता को बेमानी मुद्दे उठाकर गुमराह करने के प्रयास कर रहे हैं। 
    ई.वी.एम. मंे खराबी, बिजली पानी के विभाग उनकी सरकार से छीनकर दाम बढ़ाये जाने के भय दर्शाने के अलावा सम्पत्तिकर में छूट देने जैसे अरविन्द केजरीवाल के भ्रामक बयान उनके हार के भय के प्रतीक हैं तो आज निगम चुनावों को टालने का केजरीवाल का बयान उनकी हताशा को प्रमाणित करता है।
   तिवारी ने कहा है कि देश में विभिन्न न्यायालयों ने एवं चुनाव आयोग ने समय-समय पर विभिन्न मामलों की सुनवाई के दौरान निर्णय दिये हैं कि ई.वी.एम. पूर्णतः विश्वसनीय चुनाव माध्यम है।  चुनाव में लगातार मिल रही हताशा के चलते केजरीवाल यह भी भूल गये हैं कि इसी ई.वी.एम. के माध्यम से हुये चुनावों में वह 70 मंे 67 सीटें जीते थे।
मनोज तिवारी ने कहा है कि अरविन्द केजरीवाल एक तुगलकी शासक हैं जो जनता के पैसे से अपने विकास एवं बचाव की राजनीति करते हैं।  केजरीवाल शुचिता की बात कर सत्ता मे आये थे और आज दिल्ली की जनता उनसे पूछना चाहती है कि:-
1    अपने निजी मुकदमे के वकील की लगभग 4 करोड़ रूपये की फीस दिल्ली की जनता के पैसे से देने का प्रयास किस शुचिता की राजनीति का प्रतीक है ?
2    सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्थापित टंडन कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार के 97 करोड़ रूपये वापस किये जाने के आदेश के बाद से वह इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं ?
3    लैंडपूलिंग की फाइल दिल्ली सरकार ने दो वर्ष तक क्यों दबाकर रखी है ?
तिवारी ने कहा कि गत दिनों में अपनी चुनावी सभाओं में अरविन्द केजरीवाल ने बार-बार कहा है कि यदि भाजपा नगर निगम चुनाव जीत जायेगी तो बिजली पानी विभाग हमारी सरकार से छीनकर दिल्ली में बिजली-पानी के दाम बढ़ा देगी।  उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल का यह बयान पूरी तरह हास्यास्पद एवं भ्रामक है क्योंकि दिल्ली जल बोर्ड उनकी सरकार के अधीन आता है और पावर डिस्काॅम में दिल्ली सरकार सांझेदार है।  ऐसे में  केजरीवाल का यह प्रचार पूरी तरह भ्रामक प्रचार है।

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