(06/04/2017) 
पर्वतीय कांग्रेस ने खोला माकन के खिलाफ मोर्चा
उत्तराखंड के लोगों को टिकट ना दिये जाने का मामला ब्रजमोहन उप्रेती ने लगाया पार्टी में भेदभाव का आरोप

नई दिल्ली। दिल्ली एमसीडी चुनाव में उत्तराखंड के लोगों को टिकट ना दिये जाने के विरोध में कांग्रेस के भीतर घमासान मच गया है। दिल्ली प्रदेश पर्वतीय कांग्रेस ने एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित करके इसके लिए सीधे-सीधे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन को जिम्मेदार ठहराया है। दिल्ली प्रदेश पर्वतीय कांग्रेस के अध्यक्ष ब्रज मोहन उप्रेती ने कहा कि जिलाध्यक्षों, संबंधित क्षेत्रों के पूर्व विधायकों और पूर्व सांसदों ने अपनी रेकमेंडेशन में उत्तराखंड के लोगों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में उत्तराखंड के करीब 30 लाख लोग हैं। ऐसे में उत्तराखंड के लोगों को प्रतिनिधित्व ना दिये जाने का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है। ब्रज मोहन उप्रेती ने कहा कि वे लोग पार्टी के अंदर रहकर इस भेदभाव का
 विरोध कर रहे हैं। आगे की रणनीति पर विचार भी किया जा रहा है। उन्होंन कहा कि लंबे समय से जमीनी काम कर रहे कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया पर्वतीय कांग्रेस की ओर से जारी रिलीज में बताया गया है कि पर्वतीय समाज के 28 लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया था लेकिन एक को भी टिकट नहीं दिया
 गया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के नेताओं की चिंता इस बात को लेकर भी है क्योंकि आम आदमी पार्टी ने टिकट बंटवारे में उत्तराखंड के लोगों को काफी प्रतिनिधित्व दिया है। यहां तक कि दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की विधानसभा सीट पटपड़गंज में एक सामान्य सीट पर भी एक महिला प्रत्याशी को मौका दे दिया गया है जो उत्तराखंड समाज की हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने उत्तरैणी और मकरैणी जैसे कार्यक्रम करवाकर उत्तराखंड के लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश की है। ऐसे में कांग्रेस की तरफ से उत्तराखंड के लोगों की उपेक्षा उन्हें इस चुनाव में भारी पड़ सकता है।

Copyright @ 2019.