(12/05/2017) 
स्मार्ट सिटीज एक्सपो इंडिया 2017 में टीई की भागीदारी
स्मार्ट सिटीज एक्सपो में लगातार दूसरे साल ताइवान ने भागीदारी की, स्मार्ट सोल्यूशंस पर विश्वस्तरीय विशेषज्ञता शेयर करने में दिलचस्पी रखता है ताइवान

तीसरे स्मार्ट सिटीज इंडिया एक्सपो में ताइवान एक्सिलेंस के पैवेलियन में स्मार्ट आईसीटी, हेल्थकेयर एप्लिकेशंस और स्मार्ट लाइफ डिवाइसेज में नवीनतम टेक्नोलॉजी के बेहतरीन प्रॉडक्ट्स का प्रदर्शन किया जाएगा 

10 मई, दिल्ली : ताइवान एक्सिलेंस ने लगातार दूसरे साल नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 10 से 12 मई तक चलने वाली तीसरी स्मार्ट सिटीज इंडिया 2017 एक्सपो में भागीदारी कर स्मार्ट सिटीज के निर्माण में भारत सरकार की पहल में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का संकल्प जताया है।

ताइवान एक्सिलेंस ने शानदार, बेहतरीन और एक्सक्लूसिव पैवेलियन स्थापित किया है. जहां स्मार्ट आईसीटी, स्मार्ट हेल्थकेयर प्रॉडक्ट्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) सोल्यूशंस और स्मार्ट लाइफ डिवाइसेज के 40 ब्रैंड्स के ग्रुप के 86 प्रॉडक्ट्स का प्रदर्शन किया जाएगा। ताइवान एक्सिलेंस ने विश्व स्तरीय ब्रैड्स जैसे एसर, एडाटा, एमएसआई, साइबर पावर, डी लिंक, एसेस, ऐवर, मोक्सा, एडवांटेक, एफएसपी, एलडब्ल्यूओ, बिलियन, गीगाबाइट, प्लसटेक, कर्मा, एडिमैक्स, क्यूएनएपी, थर्मलटेक, एविजन, जस्टपावर, सिलिकॉन पावर, मीनवेल, ईएमएस, कुओनाऊ, प्लेनेट, वेकरॉन, विनाएरा, ईजीवेल, केएसएस, बीएक्सबी, कैशिडू, हॉरसस्कोप, ट्रांससेंड, हार्टवे, लाइटमैक्स, ओपोटोमा, चेनसन और इन विन से साझीदारी की है। 

ताइवान विदेश व्यापार ब्यूरो की पहल और ताइवान एक्सटर्नल ट्रेड डिवलेपमेंट कांउसिल (टीएआईटीआरए) के प्रबंधन के सौजन्य से दिया जाने वाला ताइवान एक्सिलेंस अवॉर्ड ताइवान के सबसे प्रतिस्पर्धी उद्योगों की नवीनतम और तकनीकी छवि का प्रतिनिधित्व करता है। यह पुरस्कार शानदार विश्वसनीयता, नवीन प्रक्रिया और मूल्यों का प्रतीक है।

भारत सरकार का स्मार्ट सिटीज मिशन देश के नागरिकों के रहन-सहन का माहौल और उनकी जिंदगी बदलने के मकसद से शुरू किया गया है। स्मार्ट सिटीज की पहचान बेहद महत्वपूर्ण प्लैटफॉर्म है, जिससे प्रगतिशील बदलाव का रास्ता बनता है। स्मार्ट सिटीज इंडिया एक्सपो की तीसरी प्रदर्शनी का आधार पिछली 2 प्रदर्शनियों की सफलता है, जिससे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा या विचार-विमर्श के लिए समान मंच तो मिलता ही है। इससे स्मार्ट सिटीज के विकास में शामिल सभी भागीदारों को इस परियोजना की नवीनतम तकनीक की जानकारी भी मिलती है।

ताइवान की कई कंपनियां पहले से ही विश्व के कई देशों की सरकारों के सहयोग से विभिन्न क्षेत्रों में स्मार्ट सोल्यूशंस मुहैया कराने के लिए कार्यरत है। इसमें अक्षय ऊर्जा के निर्माण में कार्बन का प्रयोग बढ़ाने की क्षमता से लेकर हार्डवेयर सोल्यूशंस मुहैया कराने में विभिन्न देशों की सरकारों से सहयोग करना शामिल है। दूसरी कंपनियों के साथ ताइवान के संगठन जैसे बिलियन इलेक्ट्रिक कंपनी लिमिटेड, टेलिमेटिक्स असोसिएशन और चांगहुआ कोस्टल इंडस्ट्रियल पार्क विभिन्न देशों में मशहूर और प्रमुख स्मार्ट प्रोजेक्ट्स में शामिल हैं। स्मार्ट लिविंग के क्षेत्र में ताइवान का आईसीटी ब्रैंड लंबे समय से लोगों की विश्वसनीयता की कसौटी पर खरा उतरा है, जो स्मार्ट सिटीज जैसे अभियान की आधारशिला है। आईसीटी के सोल्यूशंस जनसुविधाओं के सुधार में मदद कर और समुदायों के लाइफस्टाइल को बेहतर बनाकर लोगों का जीवनस्तर सुधारने में अपना बहुमूल्य योगदान देते हैं।

 ताइवान एक्सिलेंस का विश्वास है कि स्मार्ट सिटीज जैसी पहल ने भारत के साथ ताइवान के संयुक्त उपक्रमों को प्रोत्साहित किया है क्योंकि ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग वन की दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए नई नीति 10 आसियान देशों के साथ ताइवान के संबंधों को बढ़ावा देने के लिए ही बनाई है। इन देशों में भारत भी शामिल है।

ताइवान के अति महत्वपूर्ण प्रतिनिधि और अधिकारी, जिसमें आर्थिक मामलों के मंत्रालय (एमओईए) की उपमंत्री सुश्री मेई-हुआ वांग, भारत में ताइवान के राजदूत चुंग क्वांग तेन और टीएआईटीआरए (ट्रेटा) के उपाध्यक्ष श्री लिन-वु-क्यू ने इस प्रदर्शनी में भाग लिया।

मुंबई में तापेई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर लाइसेन आफिस के निदेशक माइकल लिन ने कहा, स्मार्ट सिटीज का स्मार्ट कंपोनेंट मुख्य रूप से महत्वपूर्ण आईसीटी सोल्यूशंस पर ही टिका है, जिसमें स्मार्ट सिटीज को बढ़ावा देने की ताकत मौजूद है। हम भारत के स्मार्ट सिटीज अभियान में अपनी विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए काफी उत्सुक है क्योंकि हमारा मानना है कि भारत में नई सोच, नई प्रणाली और उच्च और बेहतरीन टेक्नॉलजी की काफी कद्र होती है। हम भारत से हाथ मिलाने को काफी उत्सुक हैं और भारत के साथ हम अपनी तकनीक और स्मार्ट लिविंग को कारगर बनाने वाले उपकरणों का अनुभव बांटना चाहते हैं, जिससे यहां की सरकारी एजेंसियों, पर्यावरण या माहौल और देश के निवासियों को फायदा होगा।

भारत की शहरी आबादी 2031 तक 3 गुना बढ़ने का अनुमान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत में 100 स्मार्ट सिटीज बनाने का विजन इस संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे आधारभूत ढांचे में सुधार, देश के नागरिकों और सार्वजनिक उपक्रमों को जरूरी सेवाएं मुहैया कराने को प्रोत्साहन मिलेगा।
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