(06/12/2023) 
अपराध शाखा द्वारा छात्रों को मादक पदार्थ की आपूर्ति करने में संलिप्त 06 आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त, अपराध, रवींद्र सिंह यादव ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि क्राइम ब्रांच ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्धारित किये गए संकल्पित उद्देश्य को पूरा करने के लिए भारत सरकार नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर जोर-शोर से काम कर रही है।

माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने भी समय-समय पर सभी ड्रग तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने व ड्रग्स के खतरे को जड़ से खत्म करने के दृढ़ संकल्प पर लगातार जोर दिया है। माननीय उपराज्यपाल, दिल्ली श्री विनय कुमार सक्सेना के मार्गदर्शन में व दिल्ली पुलिस आयुक्त श्री संजय अरोड़ा के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस द्वारा ड्रग्स तस्करी को जड़ से खत्म करने के लिए कठिन प्रयास से किया जा रहें हैं|
निरंतर प्रयासो से सूचना मिली की कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में ड्रग तस्कर बहुत सक्रिय हैं और वे कॉलेज जाने वाले छात्रों को ड्रग्स की आपूर्ति कर छत्रों का जीवन खराब कर रहे हैं। अपराध शाखा द्वारा इस तरह के ड्रग तस्करों पर कड़ी कार्यवाही की गयी।
ऑपरेशन I
एनडीआर/अपराध शाखा की टीम ने मणिपुर और थाईलैंड से दिल्ली/एनसीआर के क्षेत्र में गांजा व जैविक गांजा की तस्करी में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के 03 सदस्यों (1) नोंगमैथम जशोबंता सिंह, उम्र 36 वर्ष, निवासी डीएलएफ, कैपिटल ग्रीन्स, मोती नगर, दिल्ली, (2) थियम रबिकांत सिंह, उम्र 32 वर्ष, डीएलएफ, कैपिटल ग्रीन्स, मोती नगर, दिल्ली, (3) रुद्रांश गुप्ता, उम्र 33 वर्ष, निवासी सेक्टर 31, गुड़गांव, हरियाणा को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 48 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाला गांजा और 100 ग्राम जैविक गांजा बरामद किया गया है । इस सन्दर्भ में प्राथमिकी संख्या 260/2023, धारा 20/29 एनडीपीएस एक्ट दर्ज की गयी है |

क्राइम ब्रांच को गुप्त सूचना मिली की पूर्वोत्तर क्षेत्र का एक ड्रग तस्कर गिरोह जो डीएलएफ कैपिटल ग्रीन्स, मोती नगर, दिल्ली में स्थित एक घर से दिल्ली/एनसीआर क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले गांजा/चरस/जैविक गांजा की आपूर्ति कर रहा है | यह गिरोह मणिपुर और शिलांग से रेलवे मार्ग द्वारा गांजा व फुकेत, थाईलैंड से हवाई मार्ग द्वारा जैविक गांजा की तस्करी करता है| अगर समय पर कार्यवाही की जाए तो गिरोह का पर्दाफाश किया जा सकता है | 
तदानुसार, गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए उपायुक्त अमित गोयल द्वारा  सहायक आयुक्त उमेश बड़थ्वाल की देखा रेख में व निरीक्षक राकेश शर्मा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया | जिसमे उप-निरीक्षक अमित ग्रेवाल, उप-निरीक्षक अनुज कुमार, सहायक उप-निरीक्षक विकास, सहायक उप-निरीक्षक अशोक, प्रधान सिपाही रविंदर, प्रधान सिपाही दिनेश राहुल व सिपाही सत्यवान शामिल थे |
मिली सूचना के अनुसार टीम द्वार डीएलएफ कैपिटल ग्रीन्स, मोती नगर, दिल्ली में स्थित एक घर पर छापा मारा गया और  02 आरोपियों (1) नोंगमैथम जशोबंता सिंह, उम्र 36 वर्ष (2) थियम रबिकांत सिंह, उम्र 32 वर्ष को सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया व उनके पास से 45 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया। परिणामस्वरूप, इस सन्दर्भ में प्राथमिकी संख्या 260/2023, धारा 20/29 एनडीपीएस अधिनियम, थाना अपराध शाखा, दिल्ली दर्ज की गयी और आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ:
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे सड़क/रेल/हवाई मार्ग के माध्यम से गंजा दिल्ली लाते हैं। उन्होंने आगे खुलासा किया कि उन्होंने अपने एक सहयोगी रुद्रांश गुप्ता को गांजा और जैविक गांजा की आपूर्ति की है। आरोपी नोंगमैथम जशोबंता सिंह की निशानदेही पर सह-आरोपी रुद्रांश गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया गया व उसके घर से 2.78 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है ।
पूछताछ के दौरान आरोपी रुद्रांश गुप्ता ने खुलासा किया कि वह पिछले दो वर्षों से इस अवैध मादक पदार्थ तस्करी के कारोबार में संलिप्त है और उसने मिजोरम के रहने वाले नोंगमैथम जशोबंता और चकमा से गांजा व जैविक गांजा की डिलीवरी ली थी। वह इस गांजे को दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा में अपने विभिन्न ग्राहकों को पोर्टर व वी-फास्ट सेवाओं के माध्यम से बेचता है।
आरोपी रुद्रांश गुप्ता जशोबंता का सहयोगी था, जो जशोबंता मणिपुर से गांजा और थाईलैंड से जैविक गांजा ट्रांसपोर्ट करता था और इसे आगे बेचने के लिए रुद्रांश गुप्ता को सौंपता था। रुद्रांश गुप्ता विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने ग्राहकों के संपर्क में था। उन्होंने इन प्लेटफार्मों पर अपने ग्राहकों से ऑर्डर लिए और पोर्टर, वी-फास्ट आदि जैसी डिलीवरी सेवाओं के माध्यम से डिलीवरी की। उसने अपने बैंक खातों में यूपीआई के माध्यम से पैसे लिए।
आरोपी व्यक्तियों की प्रोफाइल:
1. आरोपी नोंगमैथम जशोबंता सिंह, उम्र 36 वर्ष, निवासी डीएलएफ, कैपिटल ग्रीन्स, मोती नगर, दिल्ली में रहता है व मणिपुर का मूल निवासी हैं | वह पिछले 5 वर्षों से दिल्ली में रह रहा है। वह पिछले 2 वर्षो से मादक पदार्थ तस्करी में संलिप्त है | 
2. आरोपी थियम रबिकांत सिंह, उम्र 32 वर्ष, निवासी डीएलएफ, कैपिटल ग्रीन्स, मोती नगर, दिल्ली में रहता है व मणिपुर का मूल निवासी हैं| वह स्नातक है। वह नोंगमैथम जशोबंता सिंह के लिए काम करता है और मणिपुर से दिल्ली गांजे की आपूर्ति करता है।
3. आरोपी रुद्रांश गुप्ता, उम्र 33 वर्ष, निवासी सेक्टर 31, गुड़गांव, हरियाणा ग्रेटर कैलाश है। वह गुरुग्राम, हरियाणा में किराए के मकान पर रह रहा है। वह इंस्टाग्राम के माध्यम से नोंगमैथम जशोबंता सिंह के संपर्क में आया और ड्रग्स के अवैध कारोबार में संलिप्त हो गया।
 क्राइम ब्रांच द्वारा ऑपरेशन-II 
एएनटीएफ/अपराध शाखा की एक टीम ने कानपुर, उत्तर प्रदेश से दिल्ली/एनसीआर में जैविक गांजा और एमडीएमए की तस्करी में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर 03 आरोपी व्यक्तियों (1) लक्ष्य भाटिया, निवासी रामा पार्क, उत्तम नगर, द्वारका, दिल्ली, (2) गिरिक अग्रवाल, निवासी सेक्टर-4, द्वारका, दिल्ली और (3) खालिद जफर, निवासी रोशन नगर, थाना रावतपुर, कानपुर, उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 15 ग्राम एमडीएमए और 1200 ग्राम जैविक गांजा बरामद किया है । इस सन्दर्भ में प्राथमिकी संख्या 274/2023, एनडीपीएस अधिनियम, थाना अपराध शाखा दर्ज की गयी है | मादक पदार्थ ले जाने में इस्तेमाल की जा रही कार को भी जब्त कर लिया गया है।
जानकारी, टीम और संचालन:
गुप्त सूचना मिली कि कानपुर, उत्तर प्रदेश का एक अंतरराज्यीय ड्रग तस्कर गिरोह जो दिल्ली/एनसीआर के क्षेत्र में जैविक गांजा और एम.डी.एम.ए की आपूर्ति में लगा हुआ है। अगर समय पर कार्यवाही की जाए तो गिरोह का पर्दाफाश किया जा सकता है |
तदानुसार, उपायुक्त अमित गोयल द्वारा सहायक आयुक्त अनिल शर्मा की देख रेख में व निरीक्षक हरिवंश सिंह के नेतृत्व एक टीम का गठन किया गया | जिसमें उप-निरीक्षक राम किशन, प्रधान सिपाही अजीत, प्रधान सिपाही गौरव और प्रधान सिपाही सांवरमल शामिल थे |
मिली सूचना के अनुसार टीम द्वारा ककरोला मोड़, द्वारका के क्षेत्र में छापा मारा गया और आरोपी लक्ष्य भाटिया को पकड़ लिया गया| उसके कब्जे से 15 ग्राम एम.डी.एम.ए और 1200 ग्राम गांजा बरामद किया गया है। इस सन्दर्भ में थाना अपराध शाखा में मामला दर्ज किया गया। अपराध में इस्तेमाल की गई कार भी जब्त कर ली गई है।
पूछताछ:
पूछताछ के दौरान आरोपी लक्ष्य भाटिया ने खुलासा किया कि वह अपने सहयोगी गिरिक अग्रवाल के साथ विश्वविद्यालय के छात्रों को मादक पदार्थ की आपूर्ति कराता है। आरोपी लक्ष्य भाटिया की निशानदेही पर सह-सहयोगी गिरिक अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया गया। आगे उसने खुलासा किया कि जब भी उसे ड्रग्स की आवश्यकता होती थी तो वह गिरिक अग्रवाल की सहायता से खालिद जफर, कानपुर, उत्तर प्रदेश के जरिये ड्रग्स लेता था। उसकी निशानदेही पर नशीले पदार्थ के मुख्य स्रोत और गिरोह के मास्टर माइंड खालिद जफर को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी लक्ष्य भाटिया और खालिद जफर नोएडा की एमिटी यूनिवर्सिटी में एक-दूसरे से मिले थे और दोनों ड्रग के आदि हैं। बाद में वे कॉलेज के छात्रों को ड्रग्स की आपूर्ति   करने लगे| लक्ष्य भाटिया ने, गिरिक अग्रवाल के माध्यम से खालिद जफर द्वारा ड्रग्स खरीदे फिर दिल्ली और नोएडा में स्थित विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से अपने ग्राहकों को ड्रग्स की आपूर्ति करते थे।
आरोपी व्यक्तियों की प्रोफाइल:
1. आरोपी लक्ष्य भाटिया, निवासी रामा पार्क, उत्तम नगर, द्वारका, दिल्ली का रहने वाला है| वह एमिटी विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र है व नशे का आदी है। वह पिछले 3 वर्षों से एमिटी विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों को ड्रग्स की आपूर्ति करने में लिप्त है।
2. आरोपी गिरिक अग्रवाल, निवासी सेक्टर-4, द्वारका, दिल्ली सूरजमल इंस्टीट्यूट, जनकपुरी, दिल्ली का रहने वाला है| वह बीबीए तृतीय वर्ष का छात्र है व नशे का आदी है। वह सूरजमल इंस्टीट्यूट और अन्य कॉलेजों के छात्रों को ड्रग्स की आपूर्ति करता है। 
3. आरोपी खालिद जफर, निवासी रोशन नगर, थाना रावतपुर, कानपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है व स्नातक है। वह उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी शाश्वत से मादक पदार्थ खरीदता था और लक्ष्य भाटिया के माध्यम से एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों को इसकी आपूर्ति करता था।
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