(20/07/2014) 
मेरठ में ब्रिट्रिश काउंसिल के साथ मिलकर किया स्कूल में कार्यक्रम
वैश्वीकरण के इस युग में विद्यार्थी के जीवन को बहुमुखी आयाम देने तथा विदेशी जमीन से तारतम्य बिठाने का प्रयास ही डी. ए. वी. विद्यालय का मुख्य उद्देश्य है। इसी की पूर्ति हेतु विद्यार्थी विश्व विख्यात ब्रिटिश काउंसिल के अंतर्गत वीडियो कांफ्रेसिंग द्वारा विदेशी विद्यार्थियों से विचारों का आदान-प्रदान करते हैं।

 ब्रिटिश काउंसिल के तत्वावधा न में विद्यालय में आयोजित विभिन्न गतिविधियों की शृंखला के अंतर्गत एशिया- द नेस्ट आॅफ लिविंग आर्ट का आयोजन किया गया। इस गतिविधि के अंतर्गत जापान, कोरिया, चीन, श्रीलंका, भारत और दक्षिण अफ्रीका आदि देशों की सांस्कृतिक धरोहर के आदान-प्रदान के लिए कक्षा नर्सरी से कक्षा दस तक के विद्याार्थियों को दो समूहों में विभक्त कर निम्न गतिविधियाँ कराई गईं-
कक्षा 1-3- राष्ट्रीय प्रतीक और चिह्न    
कक्षा -4 कल्चरल काडर््स       
कक्षा:5 कल्चरल फूड बाक्सिज़
कक्षाः 6 होम डेकोरेशन                     
कक्षा:7 कल्चरल वैनिटी बाक्सिज़
कक्षा: 8 कल्चरल बास्किटस
इन सब गतिविधियों से संबंधित वस्तुओं की विद्यालय प्रांगण में कल्चरल गार्डन के नाम से सुंदर प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिसकी सभी अतिथियों तथा अभिभावकों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने इस पर आधारित फीड बैक पर्फोमा भरकर बच्चों द्वारा किए गए कार्यों के अनुसार उनको अंक भी प्रदान किए। साथ ही इन गतिविधियों पर कक्षानुसार प्रश्नोत्तरी तैयार की गई जिसे उनकी अध्यापिकाओं ने जाँच कर उच्चतम अंक प्राप्त करने वाले कुल 16 छात्रों को क्विज़ के लिए चयनित किया। विजेताओं को सार्टिफिकेट भी दिए गए।  
कक्षा 9, 10 के विद्यार्थियों के लिए उपरोक्त देशों से संबंधित विशाल आकार के वाल हैंगिग तैयार करवाए गए जिसमें बच्चों ने इन देशों के फोटोग्राफ्स, खान-पान, वेशभूषा, नृत्य, प्रसिद्ध दर्शनीय इमारतें, वाद्य यंत्र तथा विभिन्न त्योहारों को कट एण्ड पेस्ट, कलरिंग और कोलार्ज़ के माध्यम से मनमोहक तरीके से प्रस्तुत कर सबको अपनी प्रतिभा से आश्चर्यचकित कर दिया।
प्रधानाचार्या डाॅ. अल्पना शर्मा ने बच्चों के द्वारा बनाई गई वस्तुओं की रचनात्मकता की भूरि और कल्पनाशीलता को देखकर मैं दंग हूँ। मेरा विश्वास है कि आप इसी अन्वेषी वृत्ति के साथ एशिया की सांस्कृतिक पहचान को जीवंत रखेंगे। मैं चाहती हूँ कि आप ज्ञान के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ें और भारत का नाम रोशन करें।  

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