(03/09/2014) 
दिल्ली में विधायक पर हमला और महिलाओं पर होते अपराध पुलिस की विफलता-भाजपा
नई दिल्ली, 3 सितम्बर। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश उपाध्याय ने आज पार्टी के विधायकों के साथ एक संवाद्दाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये कहा कि हमारे विधायक श्री जितेन्दर सिंह शन्टी पर हुये हमले ने विगत दिनों हमारे विधायक दल द्वारा उपराज्यपाल श्री नजीब जंग और दिल्ली के पुलिस आयुक्त श्री बी एस बस्सी से हुई

 बैठक में विधायकों की सुरक्षा को लेकर प्रकट की गई चिंता को सही साबित किया है।  इस दौरान दिल्ली में वैसे तो क्राइम का ग्राफ कम हुआ है पर यह दुख का विषय है कि महिलाओं से छेड़छाड़, बलात्कार या लूटपाट के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।  दिल्ली में अवैध कब्जे भी एक बड़ी समस्या बन गये हैं और इनमें थाना स्तर के पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठते रहे हैं।  पत्रकार सम्मेलन में विधायक प्रो. जगदीश मुखी, सरदार आर.पी. सिंह, श्री कुलवंत राणा, डाॅ. नंदकिशोर गर्ग, श्री सुभाष सचदेवा, श्री जितेन्द्र सिंह शंटी, श्री मोहन सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।
 श्री उपाध्याय ने कहा कि पुलिस आयुक्त से हमारी बैठक में श्री शन्टी ने स्पष्ट कहा था कि उन पर पहले भी हमला हुआ है और उन्हें लगातार अवैध कब्जे करने वाले लोगों से धमकियां मिलती रहती हैं।  अन्य भी कुछ विधायकों ने इसी प्रकार की शंकायें प्रकट की थीं पर यह खेद का विषय है कि पुलिस ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि दिल्ली में विभिन्न तरह के माफिया विगत 10 से 15 वर्ष में इतने मजबूत हो गये हैं कि अगर कोई जनप्रतिनिधि या अधिकारी उनके खिलाफ अभियान छेड़ता है तो वह अपना दमनचक्र उस जनप्रतिनिधि या अधिकारी पर खुलकर चलाते हैं।  श्री शन्टी लगातार दिल्ली-यूपी बार्डर पर अवैध कब्जों और गतिविधियों के विरूद्ध संघर्ष करते रहे हैं और एक निगम पार्षद के रूप में भी विगत वर्षों में अवैध कब्जों को हटवाने का काम किया था।  पहले भी उन पर हमले हुये हैं ऐसे में पुलिस को स्वयं उनको सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए थी पर खेद का विषय है कि विगत सप्ताह उन्होंन पुलिस आयुक्त से स्वयं सुरक्षा मांगी पर पुलिस ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
 श्री उपाध्याय ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि उपराज्यपाल और पुलिस आयुक्त दोनों ही निजी मीटिंगों में विषयों को गंभीरता से लेते हैं पर हमारा अनुभव बन रहा है कि किसी भी स्तर पर फोलोअप कार्रवाई तत्परता से नहीं होती दिखती है।  भाजपा सहित सभी राजनैतिक दलों ने विगत कुछ समय में दिल्ली की कानून व्यवस्था से जुड़ी समस्याओं पर उपराज्यपाल से चर्चा की है पर उन्होंने अभी तक दिल्ली की कानून व्यवस्था से जुड़ी समस्याओं विशेषकर महिलाओं पर हो रहे अपराधों पर कोई ठोस योजना न तो जनता के समक्ष और न ही केन्द्र सरकार के समक्ष रखी है।
श्री उपाध्याय ने बताया कि भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह से मिलकर दिल्ली की कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए उनके समक्ष अपने सुझाव रखेगा।

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