(01/11/2014)
शिक्षा के माध्यम से स्वच्छता की आदतें बेहद सरलता से विकसित की जा सकती हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त श्री अरविंद मल्हान ने गांव रसीना से स्वच्छता सप्ताह की शुरूआत की। श्री मल्हान ने गांव के स्कूली बच्चों को हरी झंडी दिखाकर गांव में स्वच्छता का संदेश देने के लिए रवाना किया तथा ग्राम पंचायत व नि:शक्त जन सेवा समिति
के संयुक्त तत्वाधान में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रसीना में आयोजित
कार्यक्रम में हरियाणा दिवस पर शुरू हुए स्वच्छता अभियान के संदर्भ में
ग्रामीणों व स्कूली बच्चों को विशेष संदेश भी दिया। श्री मल्हान ने
स्वच्छ हरियाणा-स्वच्छ भारत अभियान शुरू करने से
पूर्व स्कूल के छात्र-छात्राओं तथा ग्रामीणों को शपथ दिलाई। उन्होंने अपने
संबोधन में कहा कि स्वच्छता की आदतें विकसित करने के लिए स्कूल एक सशक्त
माध्यम है। स्कूलों का विशाल ताना-बाना स्वच्छता अभियानों के लिए मजबूत
ताना-बाना है। शिक्षा के माध्यम से स्वच्छता की
आदतें बेहद सरलता से विकसित की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि गांधी जी का
कथन था कि स्वच्छता स्वतंत्रता से भी महत्वपूर्ण है और स्वच्छता में ही
ईश्वर का वास होता है। उन्होंने कहा कि यदि व्यक्तिगत और वातावरण की
स्वच्छता संबंधित आधारभूत जरूरतों की पूर्ति की
व्यवस्था के साथ-साथ स्वच्छता संबंधी अच्छी आदतें हों, तभी देश का भविष्य
स्वस्थ नागरिकों के कंधों पर टिका होगा। अत: जरूरी है कि बचपन से ही बच्चों
में स्वच्छता की आदत को अनिवार्य हिस्सा बनाने की ओर कार्य करें। उन्होंने
कहा कि जनता के सभी हिस्से स्वस्थ, सुखी और
समृद्ध हों, सभी को जीने का स्वच्छ और नियमित सफाई वाला माहौल मिले, इसके
लिए जनता और व्यवस्था के सांझे प्रयास किए जाते रहने चाहिए। उन्होंने
रसीना गांव की गलियों में स्वच्छता अभियान में हिस्सा लेने के बाद कहा
कि शहर के साथ-साथ ग्रामीण स्वच्छता भी जन मानस को स्वस्थ जीवन देने के
लिए राम-बाण का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि देश के गांव स्वच्छ और
निर्मल होंगे तो हमारा ग्रामीण विकास और अधिक तेज गति से आगे बढ़ेगा। हमारी
सरकार भी स्वच्छ गांव-स्वस्थ गांव के अपने
संदेश के साथ आगे बढ़ रही है। उनका कहना था कि रसीना गांव में स्कूली
बच्चों की निकाली गई रैली जहां गांव के गली कूचों में जाकर स्वच्छता का
संदेश देगी, वहीं यह बच्चे स्वयं भी अपने घरों में सफाई रखने के साथ-साथ
अपने अभिभावकों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए
गंदगी से दूर रहने का आह्वान करते हुए दिखाई देंगे। उन्होंने ग्राम पंचायत
का भी आह्वान किया कि वे अपने गांव में केवल एक से सात नवंबर तक चलने वाले
सफाई अभियान तक ही सीमित न रहे और इस कार्यक्रम को पंचायत का नियमित कार्यक्रम
बनाते हुए गांव की स्वच्छता बनाए रखे। उन्होंने स्वच्छता अभियान में गांव
की नि:शक्त जन सेवा समिति के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि स्वयं में
शारीरिक रूप से परिपूर्ण न होते हुए भी इस समिति ने सामान्य लोगों के साथ
मिलकर स्वच्छता का जो जज्बा दिखाया है वो वास्तव
में न केवल इस गांव के लिए, बल्कि पूरे जिले के लोगों को स्वच्छता अभियान
से जुडऩे की प्रेरणा देगा। इस अवसर पर बीडीपीओ नरेंद्र कुमार, सरपंच सतपाल
टाया, विकलांग सेवा समिति के प्रधान महेंद्र शर्मा, स्कूल के प्रधानाचार्य
धर्मपाल, दीनदयाल, निर्मल भारत अभियान के जिला
समन्वयक जितेंद्र कंसल, ग्राम सचिव मुकेश वालिया, प्रदीप दलाल, राकेश,
नवीन, निधि, राजपाल, प्रताप, बग्गड़, सुनील, नरेंद्र, सुरेश भारती, अनिल
शर्मा, मल्खान, बलजीत सिंह, सुखबीर, धनी राम, रामपाल व गांव के गणमान्य
व्यक्ति मौजूद रहे।
पूंडरी से राजकुमार अग्रवाल की रिपोर्ट |
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