(19/11/2014)
श्रीमती इंदिरा गांधी के 98वें जन्म दिवस के उपलक्ष में मनाए जाने वाले कौमी एकता सप्ताह
कैथल, 19 नवम्बर (राजकुमार अग्रवाल): उपायुक्त श्री एन.के.सोलंकी ने कौमी एकता सप्ताह के दृष्ट्रिगत आज लघु सचिवालय स्थित सभागार में मनाए गए राष्ट्रीय अखंडता दिवस पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सत्यनिष्ठा से देश की आजादी तथा एकता बनाए रखने और उसे मजबूत करने के लिए
समर्पित होकर कार्य करने की शपथ दिलाई। उन्होंने उपस्थितगण को आह्वान किया
कि वे प्रथम महिला पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी के
98वें जन्म दिवस के उपलक्ष में मनाए जाने वाले कौमी एकता सप्ताह के दौरान
समाज में कभी हिंसा का सहारा न लेनें, धर्म,
भाषा व क्षेत्र से संबंधित भेदभाव न करने, झगड़ों व अन्य राजनैतिक या
आर्थिक शिकायतों का निपटारा शांतिपूर्ण एवं संवैधानिक तरीकों से करें। इस
मौके पर पुलिस अधीक्षक श्री कुलविंद्र सिंह, उपमंडलाधीश श्री नरहरि सिंह
बांगड़, नगराधीश पूजा भारती, जिला राजस्व
अधिकारी श्री सुभाष मेहता, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी सुरेंद्र कुमार,
समेकित बाल कल्याण कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सरिता चौहान, जिला सूचना एवं
जन संपर्क अधिकारी श्री रणधीर शर्मा सहित अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों
ने भी श्रीमती इंदिरा गांधी के तैल चित्र पर
पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।उपायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि भारत
की पहली महिला प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी के प्रयासों के
कारण ही भारत पूरे विश्व में एक बड़ी ताकत के रूप में उभरा। वह एक निडर
नेता थी और उन्होंने परिणामों की परवाह किए बिना
कुछ ऐसे साहसिक फैसले लिए, जिससे देश को लाभ पहुंचा। हमें श्रीमती इंदिरा
गांधी के 4 गुणों को अपने जीवन में अपनाने का आज संकल्प लेना है और यही
उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इन गुणों में कड़ी मेहनत, दृढ निश्चय, अनुशासन
एवं दूरदृष्टिता शामिल हैं। उन्होंने बैंको का राष्ट्रीयकरण एवं बंंगलादेश
के गठन में सहयोग जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य किए, जिसकी बदौलत उनकी ख्याति
पूरे विश्व में हुई। देश की गरीबी उंन्मूलन व चौतरफा विकास के लिए 20
सूत्रीय कार्यक्रम देना, राष्ट्रसंघ में विश्व शांति
और निरस्त्रीकरण की बात करना और निरगुट सम्मेलन में उनके किरदार ने भी
उन्हें एक महान व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया। श्री सोलंकी ने कहा कि
आज के दिन हम आत्म अवलोकन करके यह जानने का प्रयास करें कि क्या हम महान
विभूतियों द्वारा दी गई कुर्बानियों की बदौलत
हासिल आजादी को उनकी कल्पनाओं के अनुरूप संजोकर रख पाए हैं अथवा नहीं।
उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं ने देश की एकता और अखण्डता के लिए अपनी
कुर्बानियां दी और हमारा सब का दायित्व है कि हम जातिगत, धार्मिक व
साम्प्रदायिक तथा अलगाववादी विचारों से ऊपर उठकर
आपसी सौहार्द पैदा करें ताकि समाज में एक नई परम्परा कायम हो, जिसमें सभी
को आगे बढऩे के समान अवसर मिलें। उन्होंने उपस्थित गण का आह्वान किया कि वे
भाषायी सद्भाव बढ़ाने के दृष्टिगत विभिन्न संस्कृतियों के आदान-प्रदान
का हिस्सा जरूर बनें। उपायुक्त ने कहा कि 19 से 25 नवम्बर तक कौमी एकता
सप्ताह मनाया जाता है। इसके अन्तर्गत जिला भर में कार्यक्रम आयोजित किए
जाते हैं। इसमें राष्ट्रीय अखंडता दिवस, अल्पसंख्यक कल्याण दिवस, भाषाई
सद्भावना दिवस, कमजोर वर्ग दिवस, सांस्कृतिक
एकता दिवस, महिला दिवस तथा सरंक्षण दिवस अलग-अलग दिनों में मनाया जाएगा।
इसी तरह 20 नवम्बर को ओम प्रभा जैन मॉडल स्कूल कैथल में आयोजित होने वाला
अल्पसंख्यक कल्याण दिवस उपमण्डलाधीश की अध्यक्षता में आयोजित होगा। कौमी
एकता सप्ताह के तीसरे दिन 21 नवम्बर को भाषाई सद्भावना दिवस का आयोजन
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चीका में आयोजित होगा, जिसकी अध्यक्षता
गुहला के उपमण्डलाधीश करेगें। इस कड़ी में 22 नवम्बर को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पूंडरी में अतिरिक्त उपायुक्त
की अध्यक्षता में कमजोर वर्ग दिवस का आयोजन किया जाएगा। आगामी 23 नवम्बर
को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कलायत में उपमंडलाधीश की अध्यक्षता
में सांस्कृतिक एकता दिवस का आयोजन होगा। महिला दिवस का आयोजन 24 नवम्बर को
कार्यक्रम अधिकारी की अध्यक्षता में इंदिरा गांधी कालेज में किया जाएगा
तथा कौमी एकता सप्ताह के अन्तिम दिन 25 नवम्बर को वन मण्डल अधिकारी की
अध्यक्षता में सरंक्षण दिवस राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सीवन में
मनाया जाएगा। |
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