(02/01/2015)
मेनका संजय गांधी ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना पर पांच राज्यों के साथ सलाह-मशविरा का एक और दौर पूरा किया
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (बीबीबीपी) योजना पर राज्यों के साथ सलाह-मशविरा करने का क्रम जारी है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने इस क्रम में आज आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के महिला एवं बाल विकास विभागों के मुख्य सचिवों के साथ-साथ बीबीबीपी के तहत चिन्हित जिलों के कलेक्टरों के संग वीडियो कांफ्रेंसिंग की।
इस सम्मेलन से पहले बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम से जुड़ी कार्य योजना के दिशा-निर्देशों को इन अधिकारियों के साथ साझा किया गया। मेनका गांधी ने बालक-बालिकाओं के घटते अनुपात की गंभीर समस्या की ओर ध्यान दिलाया और जिला कलेक्टरों से दिशा-निर्देशों के अनुरूप तत्काल आवश्यक कदम उठाने एवं संबंधित राज्य सरकारों के जरिए जिला कार्य योजना पेश करने का आग्रह किया। मंत्री ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की अहमियत की ओर जिला कलेक्टरों का ध्यान दिलाया, जिसे प्रधानमंत्री द्वारा हरियाणा के पानीपत में 22 जनवरी को लांच किया जाना है। इस योजना के शुभारंभ के तहत पानीपत में 20-21 जनवरी, 2015 को महिला एवं बाल विकास से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण मुददों पर गहन विचार-विमर्श के लिए एक कार्यशाला-सह-संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। मेनका गांधी ने जिला कलेक्टरों से इस योजना पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने और इसके प्रति कटिबद्धता जताने का आग्रह किया। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए उनसे इसमें पूरी तरह से जुट जाने की अपील की। उन्होंने गर्भाधान पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम (पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट) पर सख्ती से अमल करने एवं इस पर करीबी नजर रखने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार करने पर जोर दिया। मेनका गांधी ने इसके साथ ही बालिकाओं के प्रति सामाजिक नजरिया बदलने एवं उनकी विशेष अहमियत को रेखांकित करने के लिए मीडिया के जरिए भी प्रयास किए जाने की जरूरत पर बल दिया। मंत्री ने कई अन्य बातों पर भी ध्यान केंद्रित करने की जरूरत बताई। गर्भधारण के बारे में जल्द पंजीकरण कराना, बालिकाओं के जन्म का जश्न मनाना एवं माता का अभिनंदन करना, जन्म का पंजीकरण कराना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत लोगों, गांवों व ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहन देना इत्यादि भी इन अहम बातों में शामिल हैं। मेनका गांधी ने अल्ट्रासोनोग्राफी केंद्रों अथवा गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त लोगों पर करीबी नजर रखने के लिए समुदाय निगरानी समूहों की अनौपचारिक व्यवस्था कायम करने के लिए भी जिला कलेक्टरों से कहा। उन्होंने जिला कलेक्टरों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि हर पंचायत कार्यालय में गुड्डा-गुड्डी बोर्ड लगाए जाएं, जिस पर हर महीने जन्म लेने वाले बालक-बालिकाओं की संख्या का सटीक ब्यौरा हो। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर विभिन्न राज्यों के साथ सलाह-मशविरा के कई दौर पूरे हो चुके हैं। इन राज्यों में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र भी शामिल हैं। |
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