(23/02/2015) 
एनबीटी से खास बातचीत राजीव निशाना की
समाचार वार्ता के डिप्टी एडिटर राजीव निशाना ने एनबीटी के डॉयरेक्टर एम. ए. सिकंदर से खास मुलाकात की। सिकंदर ने बताया कि इस बार का बुक फेयर बहुत अच्छा रहा। हमारा उद्देश्य मेले को सही तरह से कराना था जो हमने कर दिखाया। लोग बहुत खुश थे बुक फेयर देखने के बाद। हमारी और कोशिश रहेगी कि हम अगले साल इससे भी अच्छा प्रबंध कर सके।

वहीं अगले वर्ष विशिष्ट अतिथि देश का सम्मान चीन को दिया जाएगा यह उद्घोषणा राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत के अध्यक्ष, श्री ए. सेतुमाधवन ने प्रगति मैदान के हॉल नं. 7 में आयोजित समापन समारोह में की। उन्होंने यह भी कहा, अगले वर्ष पुस्तक मेले में चीन की भागीदारी को लेकर हम सब अत्यंत उत्सुक हैं। हमें विश्वास है कि चीन अगले वर्ष इसे एक बड़ा पुस्तक उत्सव बनाने में सफल साबित होगा। इस वर्ष पुस्तक मेले के संबंध में बताते हुए उन्होंने कहा, इस वर्ष मेले में पुस्तक प्रेमियों का उत्साह प्रशंसनीय था। हम इस पुस्तक मेले को एक वैश्विक पुस्तक उत्सव के रूप में मनाना चाहते हैं।
यह घोषणा हमारे लिए सम्मान की बात है ये शब्द मंत्री एवं डिप्टी चीफ, मिशन, चीन गणराज्य, श्री यो जिंग ने चीन को 2016 में विशिष्ट अतिथि देश का सम्मान प्राप्त होने पर कहे।
अगला नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 9 से 17 जनवरी, 2016 तक प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। ये घोषणा समापन समारोह के अवसर पर आईटीपीओ के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री जे.एस. दीपक ने की। श्री दीपक ने बताया, इस वर्ष मेले में आने वाले आगंतुकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है व टिकट की बिक्री लगभग 2 लाख तक हुई। 
इस वर्ष मेले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार की शुरुआत की गई थी जिसमें विदेशी मंडप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार कोरिया को प्रदान किया गया। हैचे बुक्स को अँग्रेज़ी पुस्तकों की श्रेणी में पुरस्कार मिला। राधा स्वामी सत्संग को हिंदी तथा भारतीय भाषा श्रेणी में अच्छे प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया तथा भारती भवन को बाल श्रेणी में उत्तम प्रदर्शन हेतु पुरस्कृत किया गया।
एनबीटी द्वारा सिंगापुर तथा कोरिया देशों को मेले में विशिष्ट अतिथि देश तथा फोकस देश के रूप में भागीदारी के लिए स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। इस अवसर पर एनबीटी द्वारा प्रकाशित तथा सुश्री गीता धर्मराजन द्वारा लिखित पुस्तक माई उम्माज़ साड़ी का लोकार्पण भी हुआ। इससे पूर्व, एनबीटी के निदेशक, डॉ. एम.ए. सिकंदर ने सभी अतिथिगणों का स्वागत करते हुए कहा, इस वर्ष मेले में युवाओं का उत्साह देखने वाला था। युवाओं में पुस्तक मेले का रोमांच बढ़ता जा रहा है। इन्होंने मेले में भाग लेने के लिए सिंगापुर तथा कोरिया का भी धन्यवाद किया। समाचार वार्ता के डिप्टी एडिटर राजीव निशाना ने भी एनबीटी के डॉयरेक्टर एम. ए. सिकंदर से खास मुलाकात की। सिकंदर ने बताया कि इस बार का बुक फेयर बहुत अच्छा रहा। हमारा उद्देश्य मेले को सही तरह से कराना था जो हमने कर दिखाया। लोग बहुत खुश थे बुक फेयर देखने के बाद। हमारी और कोशिश रहेगी कि हम अगले साल इससे भी अच्छा प्रबंध कर सके।
इस अवसर पर काउंसलर (कल्चरल), चीन गणराज्य, दूतावास, नई दिल्ली, श्री झांग झियाॅन्ग; नेशनल बुक डेवलपमेंट काउंसिल, सिंगापुर के कार्यकारी निदेशक, श्री आर. रामचंद्रन; कोरियन कल्चरल सेंटर के निदेशक, श्री किम कुआंग, आईटीपीओ की विशिष्ट कार्य अधिकारी सुश्री मीनाक्षी सिंह उपस्थित थीं। 
आज पुस्तक मेले का अंतिम दिन और रविवार अर्थात् छुट्टी का दिन। आज भी मेले में सुबह से ही पुस्तक प्रेमियों की भारी भीड़ देखने को मिली । आज भी मेले में 1 लाख से अधिक लोगों के आने का सिलसिला जारी रहा। अभिभावक अपने बच्चों के साथ पूरे उत्साह एवं जोश से पूर्ण नज़र आए तथा बच्चे भी अपनी पसंदीदा पुस्तकों का बैग हाथ में लेकर चलते हुए अत्यंत प्रसन्न थे।
इस बार मेले का थीम सूर्योदय दर्शकों के विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। आज मेले का अंतिम दिन भी अनेक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियों का साक्षी रहा।
मेले को अधिक मनोरंजक और आकर्षक बनाने के लिए प्रतिदिन शाम लाल चैक में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । इन कार्यक्रमों को दर्शकों ने बहुत अधिक सराहा।
अगले वर्ष फिर मिलने के वायदे के साथ पुस्तक मेले का सफल समापन हुआ।
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