राष्ट्रीय (21/04/2015) 
मुंबई में हर चौथा शख्स नहीं लेगा एलपीजी सब्सिडी

मुंबई । क्या इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का असर माना जाए? मुंबई के हर चौथे उपभोक्ता ने एलपीजी सब्सिडी के लिए आवेदन नहीं दिया है। 31 मार्च को इसके लिए अप्लाई करने की तारीख बीतने के बाद मिले आंकड़ों के मुताबिक, करीब छह लाख लोगों ने एलपीजी सब्सिडी स्कीम से बाहर रहने का फैसला किया है। तेल कंपनी के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि कई कॉर्पाेरेट हाउस ने भी अपने कर्मचारियों से अपील की थी कि वे सब्सिडी छोड़ दें। इसकी बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और कई उपभोक्ताओं ने अपनी मर्जी से इसका पालन किया।'
उन्होंने बताया, 'लगभग 76.7% मुंबई वासियों ने कैश ट्रांसफर स्कीम के तहत एक अप्रैल तक सब्सिडी का विकल्प चुना। हालांकि, पूरे राज्य में यह प्रतिशत थोड़ा ज्यादा 82% है। अधिकारी ने कहा कि हम मध्य वर्ग और उच्च वर्ग के परिवारों से अपील कर रहे हैं कि वे सब्सिडी छोड़ दें। उन्होंने कहा कि हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 23% लोगों ने इसे माना है। जिन लोगों ने सब्सिडी के लिए आवेदन कर दिया है, लेकिन औपचारिकता पूरी नहीं की है वे इसे जून तक पूरा कर सकते हैं।
बीपीसीएल के एक अधिकारी ने कहा कि कई लोगों ने अपनी मर्जी से सब्सिडी न लेने का फैसला किया। सब्सिडी के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले हर उपभोक्ता के बैंक अकाउंट स्थायी अग्रिम राशि 568 रुपये लौटा दी गई है। बीपीसीएल के कार्यकारी निदेशक (एलपीजी) जॉर्ज पॉल ने बताया, 'ऐसे लोगों को बैंकों से जुड़ी औपचारिकता को पूरा करने के समय मिलेगा जिन्होंने डिस्ट्रिब्यूटर के पास अपना रजिस्ट्रेशन करवा दिया है। या फिर तकनीकी समस्या की वजह से अब तक कैश ट्रांसफर स्कीम में शामिल नहीं हो पाए लोगों को भी मोहलत मिलेगी।'

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