राष्ट्रीय (06/05/2015) 
खड़ी फसल में लगाई आग
फतेहपुर जिले में किसान बेमौसम बारिस व ओला वृष्टि से बर्बाद हुई फसलो को अब किसान आग के हवाले कर अपनी बदकिस्मती पर आँसू बहा रहा है  जहा एक तरफ सरकार किसानो को मुआवजा दे रही है तो वही दूसरी तरफ मुआवजे से वंचित भूमिहीन बटाई किसान खड़ी फसल में आग लगाने को मजबूर हो रहे है ।भूमिहीन मजदूर , किसानो की जमीन बटाई में लेकर फसल उगाते है लेकिन कुदरत की मार के आगे उन्हें अपने ही हाथो से अपनी फैसले आग के हवाले करने को मजबूर है ।  
फतेहपुर जिले के सदर तहसील के करमचंद्र सांडा गाँव में एक विधवा  महिला गाँव के एक  किसान से बटाई की खेती लेकर गेंहू की फसल बोई थी लेकिन बेमौसम बारिस ने विधवा महिला की मेहनत में पानी फेर दिया । खेतो में खड़ी फसल में दाने न निकलने से महिला किसान परेसान होकर गेंहू की फसल को जला दिया । पीड़ित महिला किसान की माने तो महिला के पति के गुजर जाने के बाद महिला अपने दो बच्चो के साथ जीवन यापन करने के लिए बटाई की खेत लेकर गेंहू फसल बोकर अन्न पैदाकर अपने बच्चो का पेट पालने के सपने को साकार करने की चाहत में दिन-रात कड़ी मेहनत की  लेकिन कुदरत की मार ने इस महिला को अपने ही हाथो से बोई फसल जलाने को मजबूर कर दिया । 

ग्रामीणो ने बताया कि महिला के पति की बीमारी से मृत्यु हो जाने के बाद महिला के सिर पर अपने दो बच्चो को पालने का बोझ आ गया इसलिए महिला ने बटाई की तीन बीघा खेती लेकर गेंहू की फसल लगाई थी लेकिन गेंहू की फसल सड़ जाने के बाद पीड़ित महिला ने अपने खेतो की फसल को अपने हाथो से आग के हवाले कर दिया ।
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