राष्ट्रीय (03/06/2015) 
परीक्षा या मजाक, बेखौफ होकर छात्र करते है नक़ल
फतेहपुर में इन दिनों चल रही संस्कृत महाविद्यालय स्तर की परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं संस्कृत की परीक्षायें दे रहें है। लेकिन कुछ जमीन में बैठकर परीक्षा दे रहें है तो कुछ कुर्सी और मेज पर। लेकिन इन सबकों धता बताकर ये लोग नकल के सारे रिकार्ड तोड़े जा रहें है।जी हा कक्ष निरीक्षक खड़ी हुई थी और इनके पैर के पास नकल सामग्री पड़ी थी और सामने कैमरा चल रहा है लेकिन ये इन सबसे बेखबर थे। कक्ष में परीक्षा दे रहें छात्र छात्राओं के पास नकल सामग्री फैली पड़ी हुई थी लेकिन इसका किसी के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ रहा चाहे कैमरा चले या कोई बैच आ जाये। लेकिन इस बावत जब परीक्षा प्रभारी ज्ञानेन्द्र शुक्ला से पूंछा गया तो उनका कहना था कि नकलविहीन परीक्षा करवाई जा रही है जब ये कहा गया कि खुलेआम नकल चल रही है तो उनका कहना था कि उस पर काबू पा लिया जायेगा। अब इन हालातों में किस तरह से शिक्षा विभाग के नकलविहीन परीक्षा कराने के दावे सफल होगें जब स्कूलों की व्यवस्था देख रहें लोग खुद नकल करा रहें है। इन हालातों में संस्कृत परीक्षा महज मजाक बनकर रह गई है। ये परीक्षा पांच जून तक जिले के पांच केन्द्रों पर संचालित हो रही है।
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