राष्ट्रीय (19/06/2015) 
योग का विरोध नहीं: योग के लगातार राजनीतिकरण का विरोध
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि योग सिर्फ शारीरिक क्रिया नहीं ध्यान क्रिया और आध्यात्मिक क्रिया भी है। हिन्दू धर्म के 6 दर्शन है। सांख्य दर्शन, योग दर्शन, न्याय दर्शन, वैशेषिक दर्शन, मीमांसा दर्शन , वेदांत दर्शन । योग हिन्दू धर्म का अंग है। हिन्दू धर्म के 6 दर्शनों में से एक है। बौद्ध धर्म और जैन धर्म के दर्शन में भी योग को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। महान योगियों की जगह भाजपा स्वयं को योग का आविष्कारक बना करके प्रस्तुत करने का प्रयास कर रही है। योग का राजनीतिकरण करके भाजपा गलत कर रही है। भाजपा द्वारा योग के राजनीतिकरण का विरोध है। योग का कोई विरोध नहीं है। योग का लगातार राजनीतिकरण करके भाजपा की सरकारें योग और हिन्दू धर्म दोनों की अवमानना कर रही है। भाजपा सरकारो की नीयत सही नहीं है। योग के नाम पर भाजपा श्रेय लेने की राजनीति कर रही है। भारत के महान योगियों की जगह भाजपा स्वयं को योग का आविष्कारक बनाकर प्रस्तुत कर रही है। योग को सरकारी एजेण्डा बनाने से पहले भाजपा सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिये था कि अन्य धर्मावलंबियों और खासकर एकेष्वरवाद में विश्वास करने वालों की धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं किया जायेगा। योग दिवस के सरकारी एजेण्डे की घोषणा के पहले यह घोषणा की जानी चाहिये थी। नरेन्द्र मोदी ने 27/09/2014 को संयुक्त राश्ट्र संघ महासभा को संबोधित करते हुये कहा है कि उत्तरायण का अंतिम दिन और यह साल का सबसे बड़ा दिन है। भाजपा की पितृसंस्था आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडेगेवार का जन्म 1 अप्रैल 1889 जन्म और निधन 21 जून 1940 को हुआ था। आरएसएस के संस्थापक को पुण्य तिथि को यादगार बनाने के हिडन एजेण्डा लिये नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा में उत्तरायण के अंतिम दिन और सबसे बड़े दिन का तर्क दिया था।
Copyright @ 2019.