विशेष (28/07/2022) 
पीवी सिंधू राष्ट्रमंडल खेलों की ध्वजवाहक बनीं।
हमनें इसकी जानकारी पहले ही अपने पाठकों को दे दी थी।
भारतीय ओलंपिक संघ ने दी इसकी जानकारी।
 दो बार की ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह के लिए  भारतीय दल का ध्वजवाहक बनाया गया। इसकी जानकारी भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने एक प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है। गुरूवार को होने वाले उद्घाटन समारोह में, कुल 164 एथलीट हिस्सा लेंगे। पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू बर्मिंघम में महिला एकल स्वर्ण पदक जीतने की प्रबल दावेदारों में से एक हैं। उन्होंने गोल्ड कोस्ट और ग्लास्गो में पिछले दो चरण में क्रमश; रजत और कांस्य पदक जीते थे। सिंधू गोल्ड कोस्ट में 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भी ध्वजवाहक थीं।
मालूम हो कि एक दिन पूर्व ही हमने अपने पाठकों को सिंधू के ध्वजवाहक होने की जानकारी दे दी थी। जिसमें हमने लिखा था कि, इसकी घोषणा कभी भी हो सकती है। यह दूसरा अवसर है जब सिंधू को राष्टृमंडल खेलों का ध्यजवाहक बनाया गया है। इस पहले वह 2018 के गोल्ड कोस्ट राष्टृमंडल खेलों में भी यह भूमिका निभा चूकी है। 

राष्ट्रमंडल खेलों के 22 वां संस्करण का आगाज 28 जुलाई को बर्मिंघम में हो रहा है। इसमें 72 राष्ट्रमंडल देशों के खेलों में भाग लेने की उम्मीद है। भारत की ओर से इस प्रतिस्पर्धा में 112 पुरुषों और 105 महिलाओं का एक मजबूत दल 16 खेलों में भाग लेने के लिए भेजा जा रहा है। लेकिन भारतीय ओलंपिक संघ ने अभी तक अपने ध्वजवाहक की घोषणा नहीं की है। माना जा रहा है कि शटलर पीवी सिंधु को बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में टीम इंडिया का ध्वज वाहक बनाया जा सकता है। 
हालांकि कुछ दिन पहले तक इस पर भाला फेंक (जेवलिन थ्रोवर) नीरज चोपडा का नाम चल रहा था। मगर 26 जुलाई को उनके टूर्नामेंट में भाग ना लेने के साथ ही पक्के पदक की उम्मीद भी जाती रही है।
हालांकि इससे पूर्व विश्व भाला फ्रैंक खिलाडी नीरज चोपडा का नाम सर्वपरि बना जा रहा है। लेकिन मांसपेशियों के खिचाव के करण नीरज चोपडा ने बर्मिंघम राष्टृमंडल खेलों से अपना नाम वापस ले लिया था। ऐसे में सिंधू के नाम के अलावा भारतीय ओलंपिक संघ के पास कोई नाम नहीं था। जिसके उपरांत आज बधुवार शाम को भारतीय ओलंपिक संघ ने सिंधू के नाम की घोषणा कर दी गई।

दिल्ली से विजय कुमार की रिपोर्ट

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