विशेष (07/09/2022) 
एनडीएमसी की मीटिंग में राजपथ को बदलकर, कर्तव्य पथ का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ
एनडीएमसी की मीटिंग में राजपथ को बदलकर कर्तव्य पथ का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ, इस मीटिंग में  एनडीएमसी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भल्ला, एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय, एनडीएमसी के सदस्य कुलजीत सिंह चहल, एनडीएमसी सदस्य कादयान जी , वैशाखा जी, और सचदेवा जी मौजूद रहे, इस मीटिंग की अध्यक्षता सांसद मीनाक्षी लेखी ने की, सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि, यह जो मीटिंग थी आज की बहुत ही ऐतिहासिक थी, सांसद मीनाक्षी लेखी ने सभी का धन्यवाद किया कि, यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ, राजपथ का नाम पहले  पहले किंग्सवे था, बाद में राजपथ किया गया, लेकिन स्वतंत्रता के बाद भी हमने राजपथ नाम को लेकर गुलामी की मानसिकता को  अपना रखा था और उसको हमने  बढ़ावा दिया , जो भी सरकार में सेवा के लिए आते हैं वह कर्तव्य से बंधे होते हैं , राजपथ नाम से लगता है कि जो भी सरकार में आकर देश की सेवा करते हैं कि वह राज करने के लिए आए हैं, प्रधानमंत्री ने कहा था कि, आजादी के 75 साल हो गए हैं और हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं जो भी चिन्ह, नाम है गुलामी के उन्हें हमें बदलना होगा, कर्तव्य पथ करने के कई मायने हैं जैसे हम अपने देश के प्रति कर्तव्य से बंधे रहे, हम एक - दूसरे के प्रति कर्तव्य से बंधे रहे, आज की मीटिंग में कहा गया  की, अगर पीता अपने कर्तव्य का पालन करता है तो बच्चों के अधिकार खुद पर खुद पूर्ति हो जाता है और बच्चे अपना कर्तव्य पूरा करते हैं तो बच्चों और पिता का अधिकार अपने आप पूर्ण हो जाते हैं, आज हमने मीटिंग में मौलिक सिद्धांतों को दोबारा  पढ़ा, हम सब किसी भी पद पर हो हम दोबारा मौलिक सिद्धांतों और मौलिक कर्तव्य को पढ़ें, हम अपने आप को खुशनसीब मानते हैं कि यह हमारे कर्म में लिखा था यह काम हमारे द्वारा हुआ |

दिल्ली से दिलीप शर्मा की रिपोर्ट

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