विशेष (27/09/2022) 
दिव्यांग जनों को सहानुभूति नहीं सामान्य व्यवहार चाहिए- डॉक्टर महेश वर्मा
नयी दिल्ली: दिव्यांग जनों को  सहानुभूति की अपेक्षा सामान्य व्यवहार की ज्यादा दरकार है। उनके सामाजिक समावेश में ही समाज और देश का उन्नयन संभव है।आईपी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर महेश वर्मा ने आज ये बातें कहीं। 

उन्होंने पश्चिम के विकसित देशों का हवाला देते हुए कहा कि, वहाँ ज़्यादातर दिव्यांग जन आत्मनिर्भर हैं। उसमें दिव्यांग जनों के अनुकूल तकनीक और लोगों की सोच का बड़ा ही अहम किरदार है।

 वे आईपी यूनिवर्सिटी  द्वारा आयोजित  किए जा रहे पाँच दिवसिय दिव्यांगता जागरूकता सप्ताह के उद्घाटन सत्र में अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे। यह जागरूकता सप्ताह २६ सितंबर से ३० सितंबर तक द्वारका कैम्पस में आयोजित  किया जा रहा है। इसका आयोजन यूनिवर्सिटी इंक्लूज़न एंड ऐक्सेसिबिलिटी कमिटी द्वारा किया जा राहा है। इस कमिटी की  चेयरपर्सन प्रो. शालिनी गर्ग के अनुसार पहली बार देश के किसी उच्च शिक्षण संस्थान में दिव्यांग जनों से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता लाने के लिए इस स्तर का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

आई॰ सी॰ एस॰ एस॰ आर॰ , नई दिल्ली के सदस्य सचिव प्रो. डॉक्टर वी॰ के॰ मल्होत्रा  ने मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि, समाज को दिव्यांग जनों के प्रति नज़रिया बदलने की ज़रूरत है। उनको समाज की मुख्य धारा में लाना होगा। 

इस जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत २९ सितंबर को एक दिन का स्पोर्ट्स मीट भी रखा गया है जिसमे walkathon, व्हील चेयर रेस और क्रिकेट मैच का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन वहील चेयर क्रिकेट असोसीएशन, जम्मू एण्ड कश्मीर और व्हील चेयर क्रिकेट असोसीएशन, उत्तर प्रदेश के सौजन्य से  किया जा रहा है।

अरमान अली, कार्यकारी निदेशक- नैशनल सेंटर फ़ोर प्रमोशन ओफ़ एम्प्लॉमेंट फ़ोर डिसेबल्ड पर्सन(एनसी॰ सी॰ पी॰ ई॰डी॰पी॰) ३० सितंबर को समापन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।

दिव्यांगता से जुड़े प्रमुख मुद्दों- उनके अनुकूल क़ानून, समावेशी शिक्षा, इत्यादि पर देश के विभिन्न हिस्सों से आ रहे एक्स्पर्ट्स  पाँचों दिन प्रकाश डालेंगे।

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