विशेष (08/01/2024) 
विशेषकरअल्जाइमर से पीड़ित बुजुर्गो को सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की जरुरत : डॉ. सुषमा चावला
होप एक आशा संस्था द्वारा  किया गया मुफ्त हेल्थ कैम्प का आयोजन : होप एक आशा, अल्जाइमर रोगियों और उनकी देखभाल करने के लिए समर्पित एक प्रमुख  सामाजिक संस्था  ( गैर सरकारी संगठन) ने  एक मुफ्त हेल्थ कैम्प का आयोजन नई दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव के रेक्रेएशनल कम लाइब्रेरी सेंटर में सफलतापूर्वक किया 
 
इस कैंप में आस पास के घरो से आये लगभग 100 से अधिक लोगो ने मुफ्त स्वास्थ्य परीक्षण करा कर दिल्ली के विख्यात डॉक्टरों द्वारा परामर्श लिया 


कैंप में मुफ्त आंखों की जांच, बी.एम.डी टेस्ट, बी.सी.ए. टेस्ट और डेंटल जांच आदि भी शामिल थे एवं 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए मुफ्त मेमोरी स्क्रीनिंग की भी व्यवस्था की गई थी। 
डीएलएसए (जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण) साकेत द्वारा वरिष्ठ नागरिको को मुफ्त क़ानूनी सलाह भी यहाँ प्रदान कि गई 

 
 होप एक आशा संस्था  की संस्थापक डॉ. सुषमा चावला ने अत्यंत समर्पण भाव से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि होप एक आशा को समाज की सेवा करने का मौका मिल रहा है इसका हमें गर्व है। इस हेल्थ कैम्प की सफलता से यह दिखता है कि हमारे बुजुर्गो को सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की जरुरत हैं विशेषकर उन्हें जो अल्जाइमर से पीड़ित हैं जिससे हम उनके जीवन के लिए एक सकारात्मक कार्य कर सके 

“होप एक आशा” पिछले 22 वर्षो से अल्जाइमर रोगियों और उनकी देखभाल करने वालों, दोनों को सहायता प्रदान कर रही है !! वर्ष 2019 में संस्था ने अल्जाइमर रोग (स्टेज 1, 2 और 3) से पीड़ित बुजुर्गों के लिए एक स्नेही-सुरक्षित घर ‘आशा ( अफक्सिनेट  सिक्योर्ड  होम  फॉर  अल्ज़्हेइमेरस )   की स्थापना की जोकि बी-4/51, सफदरजंग एन्क्लेव, नई दिल्ली में स्थित है इसमें वरिष्ठ नागरिकों को शारीरिक और मानसिक गतिविधियों में संलग्न करने व सामाजिक और संज्ञानात्मक चेतना बढ़ाने के लिए व्यापक क्रियाकलाप / सेवाएं प्रदान की जाती है जिसमे 46 वरिष्ठ नागरिक इसका लाभ उठा रहे है !! “होप एक आशा” संस्था का लक्ष्य है कि अल्जाइमर रोग से पीड़ित वरिष्ठ नागरिकों के लिए दिल्ली के हर जोन में "डे-केयर और आवासीय देखभाल" केंद्रों को स्थापित करना और इसके साथ युवा लड़के एवं लड़कियों को “एल्डर केयर” और “अल्जाइमर केयर” में प्रशिक्षित करना, ताकि वे अपने पेरो पर खड़े हो सके क्योकि आज के समय में इसकी काफी मांग है 
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दिल्ली  से ब्यूरो चीफ  विजय गौड़ की विशेष रिपोर्ट
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