राष्ट्रीय (10/10/2012) 
राजौंद क्षेत्र के दर्जनों स्कूलों में मिड-डे-मील का राशन खत्म
कैथल,10 अक्तूबर ,  राजौंद क्षेत्र के दर्जनों स्कूलों में मिड-डे-मील का राशन खत्म होने से योजना डगमगा गई है। बीरबागड़ा, कोटड़ा, सौंगल, जाखौली सहित क्षेत्र के कई स्कूल इस दूसरे से राशन उधार लेकर काम चला रहे हैं। अधिकतर स्कूलों में मिड-डे मील के तहत मिलने वाला चावल, दाल, गेहूं, मंूगफली खत्म हुए कई सप्ताह बीत चुके हैं। ऐसे में बच्चों को सरकार एवं शिक्षा विभाग द्वारा लागू की गई नई रेसिपी के तहत खीर, परांठा व हलवा आदि का लाभ नहीं मिल रहा है। राशन खत्म होने से विभाग द्वारा बनाई गई रेसिपी के तहत भला भोजन कैसे मिल सकता है। अध्यापक एक दूसरे स्कूल से थोड़ा-थोड़ा राशन लेकर मिड-डे मील की व्यवस्था को चलाया जा रहा है। ऐसे में सरकार एवं शिक्षा विभाग द्वारा लागू की जाने वाली नई-नई योजनाएं अध्यापक व बच्चों के लिए लाभदायक होने की अपेक्षा परेशानी दायक बनकर रह जाती हैं। मिड-डे-मील का राशन खत्म होने से सौंगल के राजकीय प्राथमिक पाठशाला व राजकीय मिडल स्कूल में तीन दिन से भोजन नहीं बन रहा। भोजन न बनने की वजह से इन दोनों स्कूलों के करीब 500 छात्र खाली पेट घर लौट रहे हैं। पता चला है कि ये दोनों स्कूल पिछले एक-डेढ़ माह से दूसरों स्कूलों से उधार लेकर मिड-डे-मील का काम चला रहे थे लेकिन अब उन्हें उधार मिलना बंद हो गया है। राशन न आने के कारण यह समस्या उपजी है। स्कूलों के अध्यापकों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि राशन की सप्लाई न होने की वजह से मिड-डे-मील में दिक्कत आ रही है। अगर समय पर सप्लाई हो जाए तो मिड-डे-मील व्यवस्था में कोई परेशानी नहीं है। इस संदर्भ में जब खण्ड शिक्षा अधिकारी दलीप सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिन 21 स्कूलों ने समय पर डिमांड भेज दी थी उन्हें राशन मिल गया था। कुछ स्कूलों ने समय पर डिमांड नहीं भेजी थी तो कुछ स्कूलों में अध्यापक राशन नहीं उतरवाते हैं जिस कारण यह समस्या उपजी है। उन्होंने कहा कि राशन सप्लाई का एक निश्चित समय है। एक-एक स्कूल के लिए सप्लाई आने में काफी दिक्कत है। दलीप ने कहा कि अब डिमांड भेज दी गई है। शीघ्र ही मिड-डे-मील का राशन स्कूलों में पहुंच जाएगा।
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